- इस्माईलपुर दियरा में तेजी से फैल रहा है नदी का पानी, हजार एकड़ में लगी फसल बर्बाद
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नवगछिया : गंगा नदी के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि से तटवर्ती इलाके में बाढ़ संकट मंडराने लगा है. गंगा नदी वर्तमान में खतरे के निशान 31.60 मीटर से महज 48 सेंटीमीटर नीचे 31.12 पर बह रही है. नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण परबत्ता धार में ग्रामीणों के सहयोग से बनाया गया बांध शुक्रवार की देर रात ध्वस्त हो गया है. बांध के ध्वस्त होने के साथ ही गंगा नदी के बाढ़ का पानी इस्माईलपुर प्रखंड के दियारा इलाके में तेजी से फैलने लगा है.
बांध के ध्वस्त होने से इस्माईलपुर दियारा में हजारों एकड़ में लगी किसानों की फसल अब बाढ़ के पानी मे डूब जाएगी. इस्माईलपुर जिला परिषद सदस्य विपिन मंडल ने बताया कि दो दिनों के अंदर बाढ़ का पानी दियरा इलाके में फैल जाएगी और हजारों एक मे लगी किसानों की फसल बाढ़ में डूब जाने से बर्बाद हो जाएगी. उन्होंने कहा कि उक्त बांध के ध्वस्त होने के साथ ही इस्माईलपुर प्रखंड के दर्जनों गांव पर बाढ़ का संकट मंडराने लगा है.
मालूम हो कि गंगा नदी के बाढ़ का पानी किसानों की फसल को बर्बाद न करे इसको लेकर ग्रामीणों के सहयोग से जिप सदस्य विपिन मंडल की अगुवाई में परबत्ता धार में मिट्टी डाल कर बाढ़ के पानी को रोका गया था। लेकिन गंगा नदी के जल स्तर में हो रही वृद्धि के कारण उक्त बांध पर पानी का काफी दबाव बना हुआ था. उक्त बांध पर पानी का दबाव बढ़ने के बाद चार दिन पूर्व ग्रामीणों के सहयोग से वहां मिट्टी डाल कर उक्त बांध की मरम्मती की गई थी लेकिन शुक्रवार की देर रात पानी के अत्यधिक दबाव के कारण ग्रामीणों के सहयोग से बना बांध ध्वस्त हो गया.