भागलपुर: लॉकडाउन को लेकर शहर में जगह-जगह पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया। जहां बिना मास्क और बेवजह घरों से बाहर निकलने वाले लोगों से जुर्माना वसूल किया गया। चेकिंग के दौरान ही खलीफाबाग चौक पर इशाकचक थाने का फरार बदमाश बरहपुरा के दक्षिण टोला का रहने वाला मु. शाहरुख आजम उर्फ बन्नी खां पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उस पर पूर्व में लोदीपुर, इशाकचक, तिलकामांझी आदि थानों में डकैती, लूट, रंगदारी, आर्म्स एक्ट समेत गंभीर मामले दर्ज हैं। यह जानकारी एसएसपी आशीष भारती ने दी है।
खलीफाबाग चौक पर चल रही थी सघन चेकिंग
बता दें कि कि खलीफाबाग चौक पर सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज के नेतृत्व में चेकिंग चल रही थी। चौक को डीएसपी राजवंश सिंह, ट्रेनी डीएसपी दिवेश तिवारी, गौरव मिश्रा, विपिन बिहारी और कोतवाली इंस्पेक्टर अमर विश्वास दलबल के साथ घेर कर चेकिंग शुरू की। आने जाने वाले प्रत्येक वाहन को उन लोगों ने चेक करना शुरू ने चेक करना शुरू किया। कुछ ही देर में बन्नी खान काली गाड़ी में सवार होकर अपने लोगों के साथ कोतवाली की तरफ से खलीफाबाग होते हुए घंटाघर की तरफ जा तरफ जा की तरफ जा रहा था। पुलिस ने उसकी भी जांच की। गाड़ी में अगली सीट पर बन्नी खान बैठा हुआ था। उसके दाहिने हाथ में कच्चा प्लास्टिक लगा हुआ था।
हाथ में प्लास्टर देख चकमा खा गए पुलिस वाले चकमा खा गए पुलिस वाले
प्लास्टर देख चेकिंग के बाद पुलिसकर्मियों ने उसे छोड़ दिया। लेकिन सिटी डीएसपी राजवंश सिंह की उस पर नजर पड़ी। उन्होंने गाड़ी आगे बढ़ जाने के बाद के बाद जवानों को भेज गाड़ी रुकवाया। मारवाड़ी पाठशाला के पास से बन्नी की गाड़ी को वापस खलीफाबाग पर जवान लेकर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने इशाकचक इंस्पेक्टर संजय कुमार सुधांशु को इसकी जानकारी दी। इंस्पेक्टर ने मौके पर आकर बन्नी को गिरफ्तार कर लिया। जबकि डब्ल्यूबी नंबर की कार को ट्रैफिक ट्रैफिक पुलिस ने जुर्माने के लिए जब्त कर लिया। उसकी गाड़ी की तलाशी ली गयी। डिक्की से लाठी-डंडा मिला है।
खुद को बता रहा था रालोसपा का नेता
कुछ दिनों पूर्व बन्नी समेत उसके भाई वह अन्य आधा दर्जन से ज्यादा ज्यादा से ज्यादा ज्यादा लोगों के विरुद्ध बरहपुरा के ही मु. महताब ने मारपीट रंगदारी समेत अन्य आरोप लगाकर केस दर्ज कराया था। मारपीट में महताब बुरी तरह से जख्मी हो गया था। इस मामले में दो तरफ से केस दर्ज किया गया था। मेहताब की तरफ से कई बार पुलिस के पास मौखिक रूप से से शिकायत की गई कि बन्नी केस होने के बाद भी मैनेज करने का दबाव बना रहा है। पुलिस की उसे तीन माह से तलाश थी तलाश थी। इस मामले में 12 मई को केस दर्ज किया गया था। बन्नी की कार पर युवा लोक समता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष का बोर्ड लगा हुआ है। वह खुद को रालोसपा का नेता बता रहा था।