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बिहार पुलिस ने अपने अधिकारियों की कार्यदक्षता को बनाए रखने के लिए बड़ा निर्णय लिया है। पुलिसिंग की रीढ़ माने जाने वाले डीएसपी, इंस्पेक्टर और दारोगा को प्रोन्नत होने के लिए अब सेवाकलीन प्रशिक्षण में शामिल होना पड़ेगा। प्रशिक्षण में भाग लेने के साथ इसे पास करना भी अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण के लिए समय सीमा भी तय कर दी गई है। डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने इसका आदेश जारी कर दिया।

7-10 और 14-18 वर्ष के बीच होगा प्रशिक्षण
डीएसपी और दारोगा के लिए सेवाकालीन दो प्रशिक्षण अनिवार्य होंगे। नौकरी में आने के बाद पहला प्रशिक्षण 7-10 और दूसरा 14-18 वर्ष के बीच होगा। पहला प्रशिक्षण पूरा होने पर ही उन्हें 10 वर्षों के बाद दी जाने वाली प्रोन्नति का लाभ मिलेगा। इसी तरह यदि 18 साल के बाद कोई प्रोन्नति मिलती है तो उसके लिए दूसरे चरण का प्रशिक्षण पास करना अनिवार्य कर दिया गया है। ये प्रशिक्षण बेसिक (शुरुआती) ट्रेनिंग के अतिरिक्त होंगे। अब तक डीएसपी से आईपीएस बनने तक कोई सेवाकालीन प्रशिक्षण की व्यवस्था नहीं थी। इसी तरह सीधे नियुक्त हुए दारोगा प्रोन्नति से इंस्पेक्टर व फिर डीएसपी बन जाते थे, पर सेवाकालीन ट्रेनिंग नहीं करनी पड़ती थी। नई व्यवस्था में सीधे नियुक्त किए गए दारोगा के अलावा इंस्पेक्टर और बिहार पुलिस सेवा के डीएसपी व अन्य रैंक के अधिकारियों को प्रोन्नत होने के लिए प्रशिक्षण में पास होना पड़ेगा।

48 दिनों का होना प्रशिक्षण

डीएसपी या दारोगा के लिए जो प्रशिक्षण तय किया गया है वह 48-48 दिनों का होगा। इस दौरान उन्हें इंडोर और आउटडोर दोनों ही ट्रेनिंग कराई जाएगी। ट्रेनिंग में अलग-अलग कई विशेष होंगे और हर पेपर में पास करना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण में कौन से पाठ्यक्रम होंगे यह तय करने के लिए डीजी ट्रेनिंग की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। इसमें एडीजी सीआईडी, एडीजी बीएमपी और बिहार पुलिस अकादमी के निदेशक को सदस्य बनाया गया है। ट्रेनिंग राजगीर स्थित पुलिस अकादमी में होगी।

डीएसपी राज्य से बाहर जाएंगे


डीएसपी रैंक के अफसरों की ट्रेनिंग राज्य के बाहर भी होगी। उन्हें दूसरे प्रदेशों में स्थित किसी पुलिस संस्थान या इकाई का भ्रमण कराया जाएगा। वहां की व्यवस्था कैसे चलती है इसका अध्ययन करेंगे। हालांकि दारोगा या इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों के लिए इसकी व्यवस्था नहीं की गई है।

पारी से बाहर की प्रोन्नति पर बाधा नहीं
दारोगा रैंक के पुलिस अफसरों को पारी से बाहर प्रोन्नति मिलती है। खासकर गैलेंट्री मिलने के बाद उन्हें एक पद की प्रोन्नति दी जाती है। इस तरह की प्रोन्नति में यह प्रशिक्षण बाधक नहीं होगा। इस प्रशिक्षण के बगैर भी उन्हें पारी से बाहर की प्रोन्नति दी जाएगी। हालांकि इंस्पेक्टर को डीएसपी बनने के लिए 14-18 साल के बीच होने वाली ट्रेनिंग करनी पड़ेगी।

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