13 लाख 30 हजार रुपये लूट की प्राथमिकी दर्ज कराने वाला ही लुटेरा निकला। इस संबंध में नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज ने अपने कार्यलय में पीसी कर जानकारी दिया। एसपी ने बताया कि 22 फरवरी को रंगरा ओपी क्षेत्र के ओवरब्रीज के पास लूट की घटना की सूचना मिली। ओपी प्रभारी महताब खां घटना स्थल पर पहुच कर पीडित से पूछताछ कर कांड की प्राथमिकी दर्ज की गई। कांड के उद्भेदन के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया। जिसमें रंगरा ओपी प्रभारी , गोपालपुर थानाध्यक्ष नीरज कुमार थे। पुलिस ने 24 घंटा के अंदर कांड का उद्भेदन करते हुए लूटी गई राशि को बरामद किया गया।
पुलिस के अनुसंधान के दौरान यह तथ्य सामने आया कि 22 फरवरी को वादी रेशम चौधरी अपनी सहकर्मी सुजीत कुमार के साथ एचडीएफसी शाखा नवगछिया से ग्रूप लोन के लिए 13 लाख रूपये निकाल कुर्सेला जाने की बात बताया। ये दोनो एचडीएफसी बैंक का थर्ड पार्टी सेन्टिलियोन कंपनी के कर्मी हैं। ये दोनो उक्त रूपये निकाल कर बिट्टू कुमार के सहयोग से नवगछिया बाजार स्थित कपड़ा के दुकान में गबन करने की नियत से छुपा दिये। लूट की झूठी प्राथमिकी रंगरा ओपी में दर्ज करवाया। यह घटना लूट की नहीं गबन का हैं। गबन के मामले में अलग से प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान की कार्रवाई की जा रही हैं।
बरामद राशि 13 लाख रूपये, तीन मोबाइल हैं। पुलिस ने रेशम कुमार चौधरी मुख्य आरोपित, उसके सहयोगी सुजीत कुमार, कटिहार जिला कुर्सेला थाना के अयोध्यागंज बाजार निवासी बिट्टू कुमार गिरफ्तार किया हैं। कांड के उद्भेदन में शामिल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार, रंगरा ओपी प्रभारी महताब खां, गोपालपुर थानाध्यक्ष नीरज कुमार,अनि चनवरी कुमार, अनि शशि भूषण कुमार, सनोज कुमार राजवंशी, अनि याेगेश कुमार व डीआईयू के टीम को प्रशस्ती पत्र देकर एसपी ने सम्मानित किया।