- चिंता मत कर, हम्में जीती गेलियै
- जो चाहता है जीत का गणितीय सूत्र वह कार्यकर्ता प्रत्याशी का है चहेता
ऋषव मिश्रा “कृष्णा”, नवगछिया
कौन जीतेगा ? जीत का सेहरा किसके सिर सजेगा ? किसे जनता ने अकूत ताकत देकर 5 वर्षों के लिए राजा बना दिया है ? इन सभी सवालों का जवाब भविष्य के गर्भ में है जिसके लिए लोगों को 10 नवंबर का इंतजार करना होगा लेकिन बिहपुर और गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न प्रत्याशियों के बैठकों में या फिर चाय पान की दुकानों और चौपालों पर वोट का गुणा भाग जारी है. इस गुणा भाग की खासियत यह है कि यह हर हालत प्रत्याशी की जीत को सुनिश्चित बताता है. बुधवार को एक प्रत्याशी के बैठक का आंखों देखा हाल प्रस्तुत है
एक कार्यकर्ता प्रत्याशी का चहेता बना हुआ था. कोई दूसरा कार्यकर्ता जब कोई और तर्क देता तो प्रत्याशी का चहेता कार्यकर्ता उसकी बात को बीच मे ही काट देता था और फिर प्रत्याशी बीच में टपक पड़ते और अपने चहेते कार्यकर्ता की ओर इशारा कर कहते थे, यह ठीक बोल रहा है. प्रत्याशी की वाहवाई से कार्यकर्ता सीना चौड़ा कर कहता “देखिये यै पंचायत के फुल्ली (शत प्रतिशत) वोट हमरा मिललो छै, लेकिन हम्में 500 वोट विरोधिया के देबै, पांच सौ कैहने छौ सौ देलियै, हे हे ब हजार वोट दाय देलियै, आबे नय देबै. तैइयो तीन हजार वोट हमरा बचलै, यै तीन के 57 में जोड़ी दहो, साठ हजार पूरी गेलै न ! नदिया पारो में हमरा वोट नय छै लेकिन तैइयो वहां दू हजार वोट कोय नय काटतै, 62 हजार भेलै, एत्ते कोट केकरा छै ?
कोई नहीं है टक्कर में, मत पड़ो गुणा भाग के चक्कर में
एक प्रत्याशी का कार्यकर्ता इतना तेज निकला कि उसने अपने प्रत्याशी को शत प्रतिशत वोट दिलवा दिया तो कोई कम दिमागी गणित में कमजोर कार्यकर्ता विभिन्न क्षेत्रों से मनचाहा वोट का आंकड़ा तैयार करने के बाद जब अपने प्रत्याशी और निकटतम प्रत्याशी के मतों का योग किया तो पता चला कि चार हजार से विरोधी प्रत्याशी जीत रहा है. बैठक में सन्नाटा छा गया. योग करने के बाद कार्यकर्ता ने बात को संभालते हुए कहा लगता है जोड़ गलती हो गया. मोबाइल में कलकुलेटर निकालिये तो, लेकिन प्रत्याशी बीच मे ही बोल उठा “कोई नहीं है टक्कर में, मत पड़ो गुणा भाग के चक्कर में” कार्यकर्ता के कंधे पर हाथ रख कर प्रत्याशी बोलते हैं, ” चिंता मत कर हम्में जीती गेलियै……बैठक समाप्त, प्रत्याशी आराम करने जा चुके हैं लेकिन जोड़ घटाव, गुणा भाग जारी है. ….