ढोलबज्जा: कदवा ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत पचगछिया टोला कदवा निवासी खोखा सिंह के हत्या के बाद उनके परिजन गहरे सदमें में हैं. परिजनों का कहना है कि 18 बीघा जमीन को लेकर अपने दयाद से ही वावाद विवाद चल रहा था. जिसको लेकर 10 जनवरी को एक पंचायती हुई थी, जिसमें पंचों सामने खोखा सिंह ने हर बात मान ली थी. घटना से पांच दिन पहले दीपनारायण सिंह ने पंचायती का अवहेलना कर मुकाबला करने की चूनौती खौखा को दे दिया था.
जिसको खोखा सिंह ने हल्के में लिया. मृतक खोखा सिंह के परिजनों भाई इंदल सिंह, पत्नी अनिता देवी व ललिता देवी का कहना है कि- 1997 ईस्वी में खोखा सिंह एक शांत स्वभाव के व्यक्ति थे, जो कुशल राजमिस्त्री का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे. गांव में उसके पिता जी वेदानंद सिंह व महेश्वर सिंह के आटा चक्की का मील चलता था. गांव के हीं एक आदमी महेश्वर सिंह के मील से आटा पिसान कर वापस घर जा रहे थे और वेदानंद सिंह के परिवार आपस में बैठ कुछ बातचीत कर रहे थे.
इसी बीच पिसान करा घर जा रहे वह व्यक्ति खोखा सिंह के दरबाजे पर रूक कर सुनने लगा तो खोखा सिंह के परिवार वालों ने उसे जाने बोला दिया था. जिस पर पिसान कर घर जा रहे आदमी ने खोखा के पिता को गाली-गलौज कर दिया. इसी बीच खोखा सिंह समेत कुछ लोगों ने आकर मामले को शांत कर दिया था. उसके बाद कुछ हीं देर में पिसान कर जा रहे गांव के पंकज सिंह के बात पर कुछ अपराधियों सैकड़ों के झुंड में आए और खोखा सिंह के आठ भैंस, आटा चक्की, मशीन, थ्रेसर व घर के करीब आठ लाख की संपत्ति लूट गए.
इसके बाद खोखा सिंह बेघर होकर अपने परिवार के साथ पुरैनी के चटनमां गांव में रहने लगा था. वहां दो साल रहने के बाद पिता वेदानंद सिंह की भी अपराधियों ने हत्या कर दिया. फिर 2003 में खोखा सिंह अपना पैतृक गांव पचगछिया टोला हीं आकर रहने लगा. जहां तीन-चार माह के अंदर उसके भाई सितो सिंह का भी अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. एक के बाद एक घटना खोखा सिंह के घर होने के बाद भी अपराधियों ने इसका पीछा नहीं छोड़ा. 15 अगस्त 2015 को भी छः अपराधियों ने खोखा सिंह का हत्या करने के फिराक में रैकी कर रहा था. उस समय खोखा सिंह कदवा थाना में झंडोत्तोलन कर वापस घर आ रहे थे.
रैकी कर रहे लोगों पर जब आशंका हुई तो खोखा सिंह ने खुद अपराधियों को पकड़ कर तलाशी ली तो उसके पास से एक देशी पिस्तौल व एक बंम बरामद हुई थी. पूछे जाने पर अपराधियों ने खोखा सिंह का हत्या करने के नीयत से तीन लाख रुपए की सुपारी लेने की बात कबूल की थी. अंततः गत 26 जनवरी की शाम खोखा सिंह की भी हत्या कर दी गई. वहीं अब उनके परिजनों ने भी जान-माल की खतरा बताते हुए आशंका जाहिर कर, पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं.
मुखिया समेत 11 नामजद व 4 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
खोखा सिंह हत्या काण्ड के बाद उसके भाई इंदल सिंह के ओर से मिले कदवा थाने में आवेदन के आधार पर पुलिस ने पंचायत के मुखिया समेत 11 लोगों को नामजद करते हुए 4 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. जिसमें मुखिऊ अजय सिंह, दीपनारायण सिंह, पुलिस सिंह, उमेश सिंह, सुनिल सिंह, अनिल सिंह, बबलू सिंह, रजनीश कुमार, रोशन कुमार, अभिषेक कुमार, नीतीश कुमार को नामजद कर चार-पांच अज्ञात शामिल हैं.