दो दिनों से लगातार हो रही बारिश और नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र से पानी आने के कारण अररिया के बकरा नदी और किशनगंज के कनकई नदी में उफान आ गया है। इन दोनों नदियों में उफान आने से अररिया के पलासी प्रखंड क्षेत्र और किशनगंज के दिघलबैंक प्रखंड के 24 से अधिक गांवों में पानी घुस गया है। लोगों को एक बार फिर 2017 के प्रलयंकारी बाढ़ जैसी आपदा आने का डर होने लगा है।
पलासी प्रखंड के स्कूल और अस्पताल में घुसा पानी
अररिया के पलासी प्रखंड क्षेत्र होकर बहने वाली बकरा नदी में उफान आ गया है। वहीं रतवा नदी के जलस्तर में भी वृद्धि जारी है। इधर बकरा नदी के उफनाने से निचले इलाकों में पानी फैलना शुरू हो गया है। स्थिति यह कि बकरा नदी का पानी धर्मगंज अस्पताल और मध्य विद्यालय धर्मगंज कैंपस में घुस गया है।
नदी का पानी पिपरा बिजवार तथा धर्मगंज पंचायत के एक दर्जन गांव के निचले हिस्से में फैलने लगा है। इस कारण आधा दर्जन ग्रामीण सड़कों पर भी तीन से चार फीट पानी आरपार बहने लगा है। धर्मगंज अस्पताल में पानी घुसने के कारण अस्पतालकर्मियों और मरीजों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बकरा नदी में उफान आ जाने से प्रभावित गांव के लोगों में वर्ष 2017 में आयी प्रलयंकारी बाढ़ के फिर से आने की आशंका से भयभीत हैं। बकरा नदी का पानी छपनियां, भट्टाबाड़ी, जड़ियाखाड़ी, छतराबाड़ी, धर्मगंज, पीपरा कोठी, बेलगच्छी, कदमकोला, हीरा डंगा, बंकेनियां पासवान टोला, सोहदी और आदि गांवों के निचले हिस्से में फैलने लगा है।
बकरा का पानी छपनियां दूधा टोला, छतराबाड़ी, धर्मगंज, जड़ियाखाड़ी, बंकेनियां व सोहदी गांव के समीप सड़क पर आरपार बहने लगा है। इस कारण करीब 15 हजार लोगों की आवाजाही प्रभावित हो गयी है। जबकि बकरा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से नदी किनारे बसे बेलगच्छी, बिजवार व छपनियां शेरशाह बादी टोला पर कटाव का खतरा भी मंडराने लगा है ।
इस बाबत मुखिया मिथिलेश कुमार व बलराम यादव, पंसस विनोद ऋषिदेव के अलावे ग्रामीण विश्वजीत शाही, मृत्युंजय शाही, राजकुमार यादव, डोमी सिंह, बबुआराम सरदार व दयानंद चौधरी आदि ने प्रशासन से सड़कों पर सुचारु रूप से आवागमन बहाल करवाने की मांग की है। इस बाबत सीओ विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि बकरा नदी के उफान आने की सूचना उन्हें भी मिली है। स्थानीय प्रशासन अलर्ट है। साथ ही संबंधित कर्मचारी को क्षेत्र में निगरानी रखने का निर्देश दे दिया गया है।
किशनगंज में कनकई नदी में उफान, नदी किनारे गांव में फैला पानी
किशनगंज के दिघलबैंक प्रखंड के पूर्वी और पश्चिमी छोड़ में बह रही कनकई और बूढ़ी कनकई नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने की वजह से दोनों नदियों के तटवर्ती इलाकों में बसे ग्वाल टोली, बालुबारी, दोदरा, कमरखोद, खरखरीया, मंदिर टोला, शीमलडांगी, डाकूपाड़ा ,पलसा, कोढ़ोबाड़ी, बिहार टोला, डूब्बा टोला, हाथीडुब्बा आदि गांवों में कनकई और बूढ़ी कनकई नदी का पानी घुस जाने से इन गांव में फ़िलहाल बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। हालांकि यहाँ पानी तेजी से निकल भी जाता है। ग्वाल टोली में नदी का पानी घुसने से लोग गांव से निकलकर ऊंचे स्थल पर जाने लगे हैं। वहीं दूसरी ओर
लगातार हो रही बारिश से टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र में बहने वाली रेतुआ, कनकई, कोल व गोड़िया नदियों के जलस्तर में वृद्धि 12 से अधिक गाँव मे बाढ़ का पानी घुस गया है।