नवगछिया के नगरह दुर्गा मंदिर परिसर में मंगलवार को श्रीउत्तरतोताद्रि वैष्णवरत्न रामानुजाचार्य अनन्तश्रीविभूषित स्वामी अनंताचार्य महाराज का अवतरण उत्सव मनाया गया. वेंकेटेश मंदिर में दर्शन के पश्चात जगह-जगह स्वामी अनंताचार्य जी महाराज और शिव शक्ति योगपीठ के पीठाधीश्वर स्वामी आगमानंद जी महाराज का स्वागत किया गया. एक दिवसीय पावण उत्सव के रूप में आयोजित कार्यक्रम में आगमानंद जी महाराज के साथ बड़ी संख्या में भक्तों ने गुरु वंदना के साथ सनातन संस्कृति को जन जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया. स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहा कि- 1998ई. के बाद नगरह दुर्गा मंदिर में उन्हें एक बार फिर गांव की धूलि को मस्तिष्क पर लगाने का सौभाग्य मिला. सत्संग भजन से समाज में प्रेम, सौहार्द का भाव बना रहता है, इसलिए हम सबों को अपने अनुसार धार्मिक कार्य से जुड़े रहना चाहिए. स्वामी अनंताचार्य महाराज ने श्रद्धालुओं को रामरस की कथा सुनाई, उन्होंने कहा कि- हमें अपना काम शुरू करने से पहले भगवान को समर्पित कर देना चाहिए.उनकी बनाई व्यवस्था हमेशा नये अवसर प्रदान करती है.
जरूरतमंदों की मदद और साधु संत की सेवा करने से ही व्यक्तित्व का निर्माण होता है.अवतरण उत्सव को लेकर शिव शक्ति योगपीठ, सनातन सेवा समिति, पूजा कमेटी समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के बीच उत्साह का माहौल बना रहा.
नव मंदिर निर्माण को लेकर संदेश
दुर्गा मंदिर में आयोजित अवतरण उत्सव में गांव के लोगों ने स्वामी आगमानंद जी महाराज के सामने नव मंदिर निर्माण का जिक्र किया. जिसके बाद स्वामी आगमानंद जी महाराज ने गांव के लोगों से एकजुट होकर मंदिर नव निर्माण की योजना तैयार करने की सहमति दी और लोगों को आश्वासन दिया एकजुटता से आर्थिक संचय करके मंदिर का भव्य निर्माण किया जा सकता है, इसके लिए गांव के सभी लोग आपसी सहमति से मंदिर कमेटी के बीच चर्चा करें और सभी के सहयोग से ही भव्य मंदिर का निर्माण किया जा सकता है.