


भागलपुर। भागलपुर के समीक्षा भवन में जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में जिला स्थापना दिवस के आयोजन को लेकर संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिला सामान्य शाखा के प्रभारी पदाधिकारी मिथिलेश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि आगामी 4 मई को पहली बार भागलपुर में जिला स्थापना दिवस का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा आवंटन भी जारी कर दिया गया है।

बैठक में निर्णय लिया गया कि भागलपुर की विरासत और सांस्कृतिक पहचान को दर्शाने वाला एक लोगो तैयार किया जाएगा। इसके लिए एक प्रतियोगिता कराई जाएगी, जिसमें चयनित सर्वश्रेष्ठ लोगो को भागलपुर जिले का प्रतीक चिह्न बनाया जाएगा।
स्थापना दिवस के अवसर पर प्रभात फेरी और मैराथन का आयोजन कर उत्सव का वातावरण तैयार किया जाएगा, जिसमें आम नागरिकों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही इस अवसर पर एक स्मारिका का भी प्रकाशन किया जाएगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि इस स्मारिका के लिए महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, संबंधित मंत्रियों एवं वरीय पदाधिकारियों से शुभकामना संदेश पूर्व में ही प्राप्त कर लिया जाए।

स्मारिका में भागलपुर के इतिहास, विरासत और प्रमुख स्थलों की जानकारी समाहित की जाएगी। इसमें विक्रमशिला, एनटीपीसी, सबौर कृषि विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, रेशम उद्योग का इतिहास, बाबा अजगैबीनाथ, बाबा बटेश्वरनाथ, नाथनगर का जैन मंदिर, गंगा डॉल्फिन बेसिन, टीएनबी विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख स्थलों से संबंधित आलेख 23 अप्रैल तक मंगवाए जाएंगे।

सभी विभागों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने विभाग की सफलता की कहानी 100 शब्दों में उपलब्ध कराएं।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के संदर्भ में जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता दी जाए। स्थापना दिवस पर समाहरणालय एवं अन्य सरकारी कार्यालयों की सजावट और रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही रंगोली बनवाई जाए और पूरे आयोजन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
बैठक में नगर आयुक्त प्रीति, उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, अपर समाहर्ता (विधि-व्यवस्था) महेश्वर प्रसाद सिंह, अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) कुंदन कुमार, सामान्य शाखा के प्रभारी पदाधिकारी, संयुक्त निदेशक (जनसंपर्क), जिला शिक्षा पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी समेत सभी संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे ।