नवगछिया : जदयू के मुख्य जिला प्रवक्ता रवि कुमार ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को गरीब मेधावी विद्यार्थियों के लिए वरदान बताया है. जिला प्रवक्ता ने कहा कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना ने देशभर में मिसाल पेश किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2 अक्टूबर 2016 को इस योजना की शुरुआत वैसे परिवारों को ध्यान में रखते हुए किया जिसके बच्चे प्रतिभाशाली तो थे.
किन्तु अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में वे आर्थिक रूप से सक्षम नहीं थे. गरीब परिवार ने कभी सोचा भी नहीं था कि उनके बच्चे डिप्लोमा, इंजीनियरिंग,मैनेजमेंट, मेडिकल,मीडिया इत्यादि क्षेत्रों पढ़ाई कर अपने सपनों को साकार करेंगे. बिहार देश का पहला राज्य है जहां विद्यार्थियों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से तकनीकी व व्यवसायिक शिक्षा के.
लिए 4 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जाती है. जिसका साधारण ब्याज लड़कों के लिए 4 प्रतिशत वार्षिक, लड़कियों और दिव्यागों के लिए 1 प्रतिशत वार्षिक है. कोर्स के दौरान और कोर्स समाप्ति के एक वर्ष बाद तक ब्याज की राशि नहीं देनी होगी. खास बात है कि इस योजना की गारंटर स्वयं बिहार सरकार है और इस शिक्षा ऋण की वापसी 84 किस्तों में तब करनी है .
जब आय की स्थिति होगी अन्यथा यह राशि माफ कर दी जाएगी. इस योजना को गति देने के लिए शिक्षा वित्त निगम की स्थापना की गई है. विभागीय आंकड़ों के अनुसार भागलपुर जिले में अक्टूबर 2020 से 30 जून 2021 के बीच 5 हजार 7 सौ 75 विद्यार्थियों ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ लिया है.
इसके लिए भागलपुर जिले में लगभग 107 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत हुई है जिसमें 53 करोड़ रुपए की राशि वितरित की जा चुकी है. वहीं 9 हजार 56 विद्यार्थियों ने स्वयं सहायता भत्ता योजना का लाभ लिया है जिसके लिए लगभग 14.5 करोड़ रुपए की राशि वितरित की जा चुकी है. इसके अतिरिक्त 33 हजार 5 सौ 42 विद्यार्थियों ने कुशल युवा प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वारा नि:शुल्क कंप्यूटर कोर्स किया है.