-रूपेश ने पहले ही प्रयास में की सफलता हासिल। 972वां रैंक लाकर बने आपूर्ति निरीक्षक। दियारावासीयों में दौडी खुशी की लहर
नवगछिया – 65 वीं बीपीएससी की परीक्षा में तिनटंगा दियारा झल्लू दास टोला निवासी किसान कुशेश्वर गुप्ता के पुत्र रुपेश कुमार ने अपने पहले प्रयास में सफलता का परचम लहराकर दियारावासीयों का गौरव और मान बढाया है.
रूपेश को 972वां रैंक हासिल हुआ है. इनका चयन खाद्य आपूर्ति विभाग के तहत आपूर्ति पदाधिकारी के रूप में हुआ है. इनकी बीपीएससी में चयनित होने की सूचना के बाद पूरे दियारा इलाका एवं आसपास के क्षेत्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है. सोमवार सुबह से ही उन्हें बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा रहा.
इनकी सफलता की सबसे खास बात यह है कि इन्होंने गांव में अपने घर पर रहकर सेल्फ स्टडीज के माध्यम से तैयारी कर इस मुकाम को हासिल किया है. इनकी बचपन की शिक्षा दीक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालय में हुई है. इसके बाद इन्होंने नवोदय विद्यालय से माध्यमिक परीक्षा पास किया.
इन्टर से लेकर एमए तक की पढ़ाई इन्होंने जामिया मिलीया विश्वविद्यालय दिल्ली में की है. रूपेश ने भास्कर को बताया कि एमए की पढ़ाई पूरी करने के बाद उनके किसान पिता की इतनी हैसीयत नहीं थी की वे लम्बे समय तक दिल्ली में रखकर पढाई करवा सके लिहाजा वे वापस लौट आए और घर पर रहकर ही उन्होंने तैयारी शुरू कर दिया और सफलता हासिल की. इसके अलावा नेट जेआरएफ भी क्वालीफाय की है।
साथ ही उन्होंने बताया कि 65वीं बीपीएससी की पीटी एवं मेंस की परीक्षा पास की है सिर्फ साक्षात्कार बचा हुआ है. उन्हें उम्मीद है कि 65वी बीपीएससी की परीक्षा में इससे भी बेहतर रैंक हासिल करेंगे. अपने अगले लक्ष्य के बारे में उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य यू पी एस सी की परीक्षा पास करना है. कड़ी मेहनत अपने पढ़ाई के प्रति समर्पण एवं सेल्फ स्टडी को उन्होंने अपने सफलता का मूल मंत्र बताया है और इसका श्रेय अपने माता-पिता को दिया है.
वहीं दूसरी ओर रूपेश के पिता किसान कुशेश्वर गुप्ता ने अपने बेटे की इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मैंने खेती और मजदूरी कर बेटे को पढाया है. बेटे ने मेरा मान बढाया है. उनकी सफलता पर पंचायत के मुखिया भोला मंडल, पूर्व मुखिया गणेशी मंडल, छंगूरी मंडल, शिक्षक सुभाष गुप्ता ,सुभाष चंद्र दास, मदन मोहन मिश्रा आदि ने उन्हें बधाई दी है.