प्रधानाध्यापक को नहीं है जानकारी
सरकार को हो रही प्रत्येक वर्ष लाखों रुपए की राजस्व क्षति
नवगछिया। एक कहावत आपने पढ़ी होगी, गोद में लड़का नगर में ढिंढोरा। कहनें का तात्पर्य है की गोद में ही बच्चा है लेकिन उसे अन्य सभी स्थानों पर खोजा जा रहा है। हर गांव में खोजा जा रहा है। ठीक इसी प्रकार का मामला नवगछिया अनुमंडल क्षेत्र के गोपालपुर प्रखंड के एक विद्यालय से आया है, जहां गोद में विद्यालय की जमीन है। उस जमीन पर प्रत्येक वर्ष दो बार खेती हो रही है। लाखों रुपए की फसल की बिक्री हो रही है लेकिन विद्यालय के प्रधानाध्यापक को इसके बारे में कुछ पता ही नहीं है। हालांकि यह मामला तब प्रकाश में आया जब ग्रामीणों द्वारा इस बात की सूचना विभाग के अधिकारियों को दी। बताया जा रहा है कि भागलपुर जिले के गोपालपुर प्रखंड के धरहरा पंचायत में स्थित एसबीसी उच्च विद्यालय लत्तीपाकर के पास लगभग 21 एकड़ जमीन है। जिसमें से कुछ अंश पर विद्यालय और कुछ अंश पर खेल का मैदान के अलावे खेती व पेड़ लगे हुए जमीन है। इस विद्यालय के उपजाऊ खेतिहर जमीन पर विगत 15 से अधिक वर्षों से खेती कर विद्यालय के आदेशपाल ही विभाग को लाखों का चूना लगा रहा हैं। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार इस विद्यालय के लगभग डेढ़ से पौने दो बीघा खेती हर जमीन पर प्रत्येक वर्ष खेती होता है। जो ठीक विद्यालय के इंटर स्तरीय भवन के समीप है। वहीं प्रत्येक वर्ष दो बार अनाज उपजानें के बाद अनाज बेचकर पैसे का बंदर बांट होता है। हालांकि इस बारे में विभाग के आला अधिकारियों को जानकारी नहीं है। विद्यालय के पास उपजाऊ भूमि के अलावा पेड़ पौधे वाले भी भूमि है जिसमें कई तरह के पेड़ पौधे लगे हुए हैं। विगत माह में वहां से भी तीन बड़े शीशम के पेड़ को अज्ञात लोगो द्वारा काट लिया गया। हालांकि इस बाबत एक पशुपालक ने अपना नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि दो पेड़ काटकर विद्यालय ही गया हैं लेकिन एक शीशम पेड़ को काट कर लाखों रुपए में बेच दिया गया हैं। यह मामला संज्ञान में तब आया जब इसी वर्ष जांच करने बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पाठक विद्यालय आए और उन्होंने घेराबंदी का आदेश जारी किया। बताते चलें कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक को पता नहीं है लेकिन उनके ही आदेश पाल लाखों रुपए का प्रत्येक वर्ष राजस्व का नुकसान करवा रहे हैं। वहीं ग्रामीणों सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसमें आदेश पाल के अलावा भी कुछ लोगों के मिलीभगत है। जो जांच में सामने आएगा। क्योकि विद्यालय प्रबंधन के जानकारी के बिना कुछ भी नही होता और विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विधायक होतें हैं । बताते चलें कि यह विद्यालय गोपालपुर प्रखंड का सबसे स्वच्छ और स्वस्थ विद्यालय है लेकिन इतनी बड़ी अनियमिता सामने आने के बाद अस्वच्छता व अस्वस्थता स्पष्ट रूप से सामने आ रही है। इस घपले की जानकारी जब विभाग के अधिकारियों को मिली तो अधिकारियों के होश उड़ गए हैं। इस बारे में विद्यालय एचएम विजया लक्ष्मी ने कहा, विद्यालय पर आइए खेत पर जाकर खेत देखेंगे फिर बात करेंगे। इस मामले में भागलपुर जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी, नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी उत्तम कुमार, गोपालपुर बीडीओ, गोपालपुर सीओ से संपर्क असफल रहा।