नवगछिया : जिला कमिटी सदस्य भाकपा माले गौरी शंकर राय ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा अरुंधति रॉय और शेख शौकत हुसैन के खिलाफ यूएपीए के तहत मुकदमा चलाने की अनुमति देना लोकतंत्र और मतभिन्नता को कुचलने का एक और उदाहरण है। यह फासीवाद के भारतीय ब्रांड का अवश्यंभावी लक्षण है। इसी उपराज्यपाल ने मेधा पाटकर के खिलाफ फर्जी मानहानि के मुकदमे का भी समर्थन किया है, जिसमें उन पर दोष सिद्ध हो गया है और सजा केवल समय की बात है।
भाकपा माले ऐसे दमनकारी कानूनों के खात्मे और सभी राजनीतिक बंदियों की रिहाई के लिए संघर्ष जारी रखेगी। इस घटना के खिलाफ 20 जून को भाकपा माले द्वारा घोषित राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध दिवस के तहत नवगछिया में प्रतिवाद प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। भाकपा माले ने ईवीएम मशीन को हमेशा के लिए खारिज करने, बैलेट की वापसी और नीट की पुनःपरीक्षा तथा घोटाले की जांच की मांग भी की है।