वृद्ध बुजुर्ग आवेदक परेशान
नवगछिया : बिहार सरकार जहां भ्रष्टाचार को समाप्त करने के हर संभव प्रयास कर रही है, वहीं सरकारी कर्मचारी उनके इन प्रयासों पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं। नवगछिया प्रखंड मुख्यालय में भ्रष्टाचार से संबंधित एक ताजा मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि नवगछिया अंचल कार्यालय का कार्य भगवान भरोसे चल रहा है। कार्यालय के कर्मचारी और अधिकारी समय पर कार्यालय नहीं आते हैं।
गुरुवार को अंचल कार्यालय में लगभग एक दर्जन से अधिक वृद्ध बुजुर्ग लोग नवगछिया अंचलाधिकारी का इंतजार कर रहे थे, लेकिन देर शाम तक अंचलाधिकारी कार्यालय नहीं पहुंचे। इस कारण कड़ी धूप में कार्य से पहुंचे लोगों में अधिकारी के प्रति रोष व्याप्त है। लोगों ने कहा कि यहां पर कर्मचारी और हल्का कर्मचारी की गठजोड़ से दलालों के माध्यम से काम होता है। निर्धारित तिथि पर बुलाते हैं, अगर नहीं आते हैं तो आवेदन रिजेक्ट कर दिया जाता है। अगर आ भी जाते हैं, तो समय पर कार्य नहीं करते और अधिकारी फोन भी नहीं उठाते हैं।
स्थानीय ग्रामीण और कांग्रेस नेता संजीव कुमार उर्फ झाबो ने बताया कि उन्होंने कई बार अंचलाधिकारी से मिलने का प्रयास किया है, लेकिन अधिकारी के पास कार्यालय में समय देने का समय ही नहीं है। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी को भी इसकी जानकारी दी है। अंचलाधिकारी फोन भी रिसीव नहीं करते, जिससे कोई जानकारी नहीं मिल पाती।
महदतपुर के ग्रामीण मो. इम्तियाज ने बताया कि अंचल कार्यालय के चक्कर लगाने के कारण उनकी नौकरी तक चली गई है। एक ही जमीन के दो म्यूटेशन के आवेदन दिए थे, लेकिन एक म्यूटेशन अधिकारी ने कर दिया और दूसरे म्यूटेशन को इसलिए नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे दलाल के संपर्क में नहीं हैं। प्रतिदिन कार्यालय के चक्कर काटते रहते हैं।
गोसाई गांव के कन्हैया कुमार पिछले एक सप्ताह से जमीन मापी के लिए अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। ऑनलाइन ओटीपी लेने के लिए अमीन से लेकर अंचल कार्यालय तक के चक्कर काटते हैं, लेकिन अंचलाधिकारी और अमीन से भेंट नहीं हो पाती, जिससे मापी के लिए एनआर नहीं कट पाता है। यही स्थिति कई अन्य लोगों की भी है, जो अपने जमीन के परिमार्जन या अन्य काम के लिए कार्यालय के चक्कर काटते रहते हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती।
वहीं अंचलाधिकारी सुमन कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने निजी और सरकारी दोनों नंबरों पर कॉल रिसीव नहीं किया।