भागलपुर गोराडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते दिनों सुमेश मंडल हत्याकांड में संदिग्ध के नाम पर पांच बेगुनाहों को थाना ले जाकर बुरी तरह से पीटने और उनके प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डालने के मामले में एसएसपी के निर्देश पर जांच की गई।
इस जांच के बाद एसएसपी ने थानाध्यक्ष शांता सुमन को पद से हटा दिया और दरोगा सनोज कुमार को लाइन हाजिर किया है।
वहीं, इस मामले में सिटी एसपी श्री राज ने कहा कि प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डालने और करंट लगाने की बात झूठ है। आरोप लगाने वालों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने इस बात को नहीं कबूला।
हालांकि, थानाध्यक्ष और दरोगा पर कार्रवाई हुई है और आगे मामले की जांच की जा रही है। अब सवाल यह है कि अगर उन लोगों के साथ थाना पर ज्यादती नहीं की गई, तो उनके जख्म कैसे हैं और थानाध्यक्ष व दरोगा पर कार्रवाई फिर कैसे हुई है?