इलाके में फैली सनसनी
मृतका के पिता के लिखित आवेंदन पर हत्या का केस दर्ज, पुलिस जांच में जुटी
पड़ोस के पति पत्नी सहित दो नामजद, घर से फरार
नवगछिया। पुलिस जिला अंतर्गत रंगरा थाना क्षेत्र के मुरली गांव में शनिवार की शाम पूर्व सरपंच की पुत्री की हत्या कर शव को पंखा से लटका दिया गया। मृतक युवती पूर्व सरपंच शंभू प्रसाद सिंह की पुत्री ज्योति कुमारी 18 वर्ष बताई गई। रविवार की सुबह युवती के शव का पोस्टमार्टम अनुमंडलीय अस्पताल कराने परिजन पहुचें। मौके पर युवती के भाई मनीष कुमार ने पत्रकारों को बताया कि शनिवार को झाड़ू देने के दौरान धूल उड़ने को लेकर पड़ोसी शिक्षक अनिरुद्ध सिंह व उसकी पत्नी अमृता देवी से घरेलू विवाद हुआ था। झगड़े के दौरान दोनो ने परिवार के सदस्यों की हत्या कर देने की धमकी दी थी। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार घटना के वक्त घर के लोग बहियार में थे। घर मे मृतका के अलावे उसकी वृद्धा दादी मोसोमत पबिया देवी थी जो घटना के वक्त पड़ोस में गई थी। वही वृद्धा जब घर के कमरे में गई तो ज्योति दुपट्टे के सहारे छत के पंखे से लटक रही थी। हल्ला सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और युवती को पंखे से नीचे उतारा। वही ज्योति के पिता व भाई को मोबाइल पर घटना की सूचना देते हुए इलाज के लिए रंगरा पीएचसी लेकर गए जहां डॉक्टर ने जांच कर मृत घोषित कर दिया। ज्योति के बदन पर जख्म के निशान मिले हैं। इससे स्पष्ट होता है कि घटना के पूर्व ज्योति के साथ मारपीट की गई थी। मामले को लेकर मृतका के पिता शंभु प्रसाद सिंह ने रंगरा थाना में आवेंदन देकर पुत्री के हत्या कर शव को पंखे से लटकाने का आरोप पड़ोस के शिक्षक अनुरुद्ध सिंह और उसकी पत्नी अमृता देवी पर लगाया है। आवेदन में लिखा है कि मारपीट के बाद उसकी हत्या कर आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया गया है। आवेदन में लिखा है कि मेरी पुत्री की हत्या कर शव दुपट्टा से बांध कर पंखा से लटकाया गया है। क्योकि बिस्तर और पंखा की दूरी काफी अधिक है। अधिक ऊंचाई पर बिना किसी वस्तु के सहारे पंखे से लटकना संभव प्रतीत नही होता है। मृतका दो भाई दो बहन में सबसे छोटी लाडली थी। एक भाई की पूर्व में बीमारी से मौत हो चुकी है। ज्योति, मदन अहल्या महिला महाविद्यालय नवगछिया इंटर सेकेंड ईयर की होनहार छात्रा थी। ज्योति अपने पास मोबाइल तक नही रखती थी। वह पढाई में तेज थी। मैट्रिक में अच्छे नम्बर लाई थी । वह नीट की पढ़ाई के लिए घर मे पिता व भाई से बात की थी। घटना के दिन ज्योति घर के सारे काम निपटाकर दोपहर में अपने भाई मनीष को भोजन परोस कर खिलाई। फिर खुद भोजन कर सो गई थी। भाई खाना खाकर बहियार चला गया। दादी शिवचर्चा करने गांव में गई थी। इधर घटना के बाद आरोपी शिक्षक अनुरुद्ध सिंह और अमृता देवी घर छोड़कर फरार है। अनुरुद्ध सिंह सहरसा जिले में सरकारी विद्यालय के शिक्षक हैं। रंगरा पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर जांच पड़ताल किया और स्थानीय लोगों से घटना को लेकर पूछताछ भी की। लोग स्पष्ट रूप से कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजन को सौंप दिया। स्थानीय गंगा घाट पर शव का दाह संस्कार किया गया। मुखाग्नि मृतका के बड़े भाई मनीष कुमार ने दिया। वहीं रंगरा थानाध्यक्ष रामराज सिंह ने कहा, आवेंदन के आधार पर हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। आवेंदन में पड़ोस के ही पति-पत्नी को हत्यारोपी बनाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही हैं। जांचोपरांत आरोपित पर कानूनी कार्यवाई होगी।