नवगछिया। प्रखंड अंतर्गत पुनामा प्रताप नगर पंचायत के कोरचक्का गांव में कोसी नदी का भीषण कटाव जारी है। कटाव निरोधी कार्य के प्रति सरकार की असंवेदनहीनता के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोरचक्का गांव में जारी इस भीषण कटाव का निरीक्षण करने पहुंचे सरपंच प्रतिनिधि सह भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य गौरीशंकर राय ने नीतीश सरकार को कटाव निरोधी कार्य में असंवेदनशील बताया।
गौरीशंकर राय ने कहा कि बाढ़ आने से पहले ही सरकार को तैयारियां करनी चाहिए थीं, लेकिन बिहार सरकार के अधिकारी केवल दिखावे का काम कर रहे हैं। कोसी नदी के जलस्तर बढ़ने से कोरचक्का गांव में कटाव लगातार जारी है, जिससे दर्जनों घर जल्द ही कोसी में समा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कोरचक्का गांव में कटाव निरोधी कार्य के प्रति सरकार की उदासीनता से जनता को भारी नुकसान हो रहा है। बाढ़ से पहले ही तैयारियां करने की बात कहने वाली सरकार की असंवेदनशीलता के कारण कोरचक्का के ग्रामीणों की स्थिति दिन-प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है।
अनुमंडल अधिकारी नवगछिया को दूरभाष पर कोरचक्का गांव के भीषण कटाव की जानकारी दी गई और तुरंत कटाव निरोधी कार्य शुरू करने की मांग की गई। फ्लड विभाग के एसडीओ को कटाव स्थल पर भेजा गया, लेकिन अभी तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए हैं। गौरीशंकर राय ने नीतीश कुमार, जिलाधिकारी भागलपुर और अनुमंडल अधिकारी नवगछिया से अविलम्ब कटाव निरोधी कार्य शुरू करने की अपील की है।
गौरीशंकर राय के साथ इस मौके पर पंचायत समिति सदस्य बिपिन ठाकुर, वार्ड सदस्य अनिल सिंह और दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे। ग्रामीणों ने भी सरकार से शीघ्र कदम उठाने की मांग की है ताकि उनका गांव कटाव की चपेट से बच सके। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही कटाव निरोधी कार्य शुरू नहीं किया गया, तो ग्रामीणों को मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
ग्रामीणों का कहना है कि उनके घर और जमीन दोनों कटाव की चपेट में हैं, और यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो उनकी जीवनशैली पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने सरकार से तत्काल प्रभावी कदम उठाने की अपील की है ताकि उनकी संपत्ति और जीवन सुरक्षित रह सके।
कोरचक्का गांव के लोगों ने सरकार से यह भी मांग की है कि उन्हें अस्थाई पुनर्वास की सुविधा उपलब्ध कराई जाए ताकि वे कटाव से बच सकें और अपने जीवन को सुरक्षित रख सकें। ग्रामीणों ने बताया कि कोसी नदी का जलस्तर हर साल बढ़ता है और हर साल उन्हें इस समस्या का सामना करना पड़ता है।