नवगछिया। खानका ए आलिया फरिदिया मोहब्बतिया बिहपुर में सुफी संत धर्मगुरु हजरत सैयदना मोहब्बत शाह रहमतुल्लाह अलैहे एवं हजरत सैयदना अलैहदाद शाह रहमतुल्लाह अलैहे का सालाना दो दिवसीय उर्स ए पाक का समापन देर शाम को हो गया। बुधवार की देर रात खानका के सज्जादानशीं हजरत अली कौनैन खॉ फरीदी की सदारत एवं नायब सज्जादानशीं हजरत मौलाना अली शब्बर खॉ फरीदी की कयादत में शानदार जलसा और कब्बाली का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर सिवान के मशहूर मौलाना हजरत गुलाम गौस, सीमांचल के मौलाना हजरत डॉ. मोबशीर रजा, और हजरत मौलाना अबूसालेह फरीदी ने हजरत मोहब्बत शाह एवं अलैहदाद शाह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हजरत मोहब्बत शाह रहमतुल्लाह अलैहे का सारा जीवन भलाई और गरीबों की मदद में बीता है। सभी लोगों को उनके बताए हुए रास्ते पर चलना चाहिए। बनारस के शायरे इस्लाम हजरत नादिर जमाली और सीमांचल के शायरे इस्लाम साजीद परवाना ने हुजूर मोहब्बत शाह एवं हुजूर अलैहदाद शाह की शान में एक से एक नातिया कलाम सुनाया। जलसे का संचालन हजरत रहबर रजा पुर्णिया ने किया।
महफिले शमा में समस्तीपुर के कव्वाल अकरम फरीदी और रूस्तम फरीदी ने खानकाही कब्बाली सुनाकर सभी को खूब झुमाया। महफिले शमा के बाद लोगों के बीच लंगर और शिऱणी तकशीम किया गया। मौके पर कर्रार खॉ, इरफान आलम, मोइन राईन, रहबर खॉ, राटन शरीफ के हजरत मौलाना फैजान फरीदी, रहनुमा खॉ, रिजवान खॉ, बुशमस फरीदी, गुलाम पंजतन, फारूक नक्शबंदी, जौहर फरीदी, लालू खान, हस्सान खान, और मेहरबान फरीदी आदि लोग मौजूद थे।