

नवगछिया। भागलपुर जिला पदाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी के प्रयास से वस्त्र मंत्रालय, केंद्र सरकार द्वारा एस्पेशल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नेशनल हैंडलूम डेवलपमेंट प्रोग्राम (एनएच डीपी) के अंतर्गत सिल्क उद्योग के विकास हेतु वस्त्र मंत्रालय, केंद्र सरकार द्वारा 19.44 करोड रुपए की लागत से परियोजना की स्वीकृति दी गई है।

साथ ही एनएचडीपी के अंतर्गत एस्मॉल क्लस्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम (एससी डीपी) के अंतर्गत मीराचक भागलपुर के बुनकरों को विशेष प्रशिक्षण हेतु 143.17 लाख रुपए की स्वीकृति प्राप्त हुई है। निश्चित ही इन योजनाओं से भागलपुर के रेशम उद्योग को बढ़ावा मिलेगा तथा मीराचक बुनकर प्रशिक्षण केंद्र बन जाएगा। यहां के बुनकरों को उच्च गुणवत्ता का प्रशिक्षण प्राप्त हो सकेगा।

नेशनल हैंडलूम डेवलपमेंट प्रोग्राम (एनएच डीपी) के अंतर्गत बंद करो को विकसित करेगा सेट एवं लूं के लिए एसेसरीज उपलब्ध कराया जाता है ताकि वह सुविधाजनक रूप से रेशम से धागा निकल कर उसकी अच्छी तरह बनाई कर सके। उल्लेखनीय है कि भागलपुर का तसरा रेशम प्रसिद्ध है साथ ही भागलपुर अंडी रेशम के लिए भी अच्छा क्षेत्र माना जा रहा है, इसके लिए सड़क किनारे या खाली जमीनों पर अर्जुन के पेड़ लगवाने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है।
