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भागलपुर विश्वविद्यालय ने हाल ही में एक बयान जारी कर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की मांगों को गलत बताया था। इसके जवाब में अभाविप ने कुलपति पर तीखे आरोप लगाए हैं। अभाविप का कहना है कि कुलपति किसी खास मानसिकता से प्रेरित होकर कार्य कर रहे हैं और उनका उद्देश्य आंदोलन को दबाने के लिए गलत बयानबाजी करना है, जिसे वे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।

अभाविप के प्रदेश सह मंत्री हैप्पी आनंद, जिला संयोजक रोहित राज, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कुणाल पांडे, और नगर मंत्री गौतम साहू ने सामूहिक रूप से प्रेस वार्ता में कुलपति के बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि माननीय कुलपति महोदय अपनी नाकामी, भ्रष्टाचार और छात्र विरोधी नीति को छुपाने के लिए अभाविप द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को झूठलाने का प्रयास कर रहे हैं।

अभाविप ने कुलपति से कई सवाल पूछे हैं:

  1. सृजन शर्मा नामक व्यक्ति के खाते में छात्रों का पैसा किस आधार पर गया? वह विश्वविद्यालय में किस पद पर थे? कुलपति महोदय जवाब दें।
  2. जब कुलपति के लिए पहले से गाड़ी थी तो फिर नई गाड़ी क्यों खरीदी गई? विश्वविद्यालय की गाड़ी कुलपति के पटना स्थित निजी आवास पर क्यों है?
  3. मुंगेर विश्वविद्यालय का आईफोन और लैपटॉप चुरा लाने के बाद, समाचार पत्रों में छपने के उपरांत आपको लौटाना पड़ा। आपकी नैतिकता और ईमानदारी का क्या हुआ?
  4. स्थापना दिवस: किसी भी संस्था का सबसे खास दिवस उसका स्थापना दिवस होता है, लेकिन इस बार भागलपुर विश्वविद्यालय में स्थापना दिवस बिना शिक्षक, कर्मचारी और छात्र के मनाया गया। क्या इसका उद्देश्य केवल कुछ खास तथाकथित लोगों को अवार्ड देना था? जिस प्रधानाचार्य को बेस्ट प्रधानाचार्य का अवार्ड दिया गया, उसके ऊपर जांच कमेटी बैठी है। इस पर कुलपति मौन क्यों हैं?

जिला संयोजक रोहित राज ने आरोप लगाया कि अतिथि गृह में रोशन कुमार के रुकने की बात पर कुलपति को स्पष्ट करना चाहिए कि अतिथि गृह बनाया ही क्यों गया है। उन्होंने कहा कि रोशन कुमार ने अतिथि गृह के कर्मचारियों के रजिस्टर में अपना आईडी प्रूफ अंकित कराकर नियम के तहत शुल्क का निर्वहन किया। किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत संबंध को किसी घटनाक्रम से जोड़कर दिखाना कुलपति की मानसिक दिवालियापन दर्शाता है। कुणाल पांडे ने कहा कि जिस वीडियो को दिखाकर कुलपति जानलेवा हमले की बात बता रहे हैं, वह वास्तविकता से परे है। उन्होंने कहा कि कुलपति महोदय से यह उम्मीद नहीं थी कि वे इस मामले को इस मानसिकता के साथ समाज के बीच रखेंगे।

अभाविप ने स्पष्ट किया कि वे छात्र हितों की लड़ाई जारी रखेंगे और किसी भी प्रकार के दबाव के सामने झुकेंगे नहीं। प्रेस वार्ता में नगर सह मंत्री प्रांजल बाजपेई और कॉलेज अध्यक्ष शिवसागर भी मौजूद थे।

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