नवगछिया: झंडापुर थाना क्षेत्र के झंडापुर निवासी पूजा देवी ने अपनी ननद अनीता देवी को न्याय दिलाने की गुहार भरतखंड थाना में लगाई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अनीता देवी और उनके पुत्र गोलू को बारह वर्षों से उनके ननदोशी और भांजे से मजदूरी कराई जा रही है, लेकिन उन्हें पारिश्रमिक नहीं दिया गया और अब अनीता बेघर हो गई हैं।
पूजा देवी ने आवेदन में बताया कि अनीता देवी की शादी भवानीपुर थाना क्षेत्र के नवटोलिया गांव के निवासी रामनिवास चौधरी से 2004 में हुई थी। रामनिवास के छोटे भाई रितेश चौधरी ने रामनिवास को राजस्थान के जयपुर काम करने के लिए ले गया। तीन वर्षों तक जयपुर में मजदूरी कर रामनिवास घर लौटने की सोच ही रहा था कि रितेश उसकी कमाई लेकर खगरिया जिला के मड़ैया थाना क्षेत्र स्थित अपने ससुराल भाग गया।
इस घटना के बाद रामनिवास मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गया और विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर भटकने लगा। अनीता देवी अपने दो बच्चों के साथ आर्थिक तंगी के कारण दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो गईं। उचित खानपान और इलाज के अभाव में उनकी पुत्री लक्ष्मी की मृत्यु हो गई।
रामनिवास किसी तरह जयपुर से अपने घर लौट आया, लेकिन विक्षिप्तता के कारण वह अपनी पत्नी और पुत्र को पहचानने से भी इनकार कर दिया। इसी स्थिति का फायदा उठाकर रामनिवास की बहन नीता देवी और उनके पति विपिन चौधरी ने रामनिवास और उनके पुत्र गोलू को अपने साथ खजरैठा ले जाकर मवेशियों की देखभाल और खेतीबाड़ी में लगा दिया।
अनीता देवी अपने ससुराल में अकेली रह गईं और मजबूरी में दूसरे के घरों में बर्तन मांजकर पेट भरने लगीं। उधर, रामनिवास और गोलू बारह वर्षों से बिना पारिश्रमिक के नीता देवी के घर मजदूरी कर रहे हैं।
भरतखंड पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। पूजा देवी ने प्रशासन से अनीता को उचित न्याय दिलाने और बारह वर्षों का पारिश्रमिक दिलाने की अपील की है, ताकि अनीता का जीवन यापन संभव हो सके।