भागलपुर के दवा व्यापारी बलराम केडिया के पुत्र रौनक केडिया की बुधवार देर रात अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद शहर में आक्रोश फैल गया है। घटना के 36 घंटे बीतने के बावजूद भी भागलपुर पुलिस अभी तक अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है, जिसके विरोध में पूर्वी बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स और कई अन्य संगठनों ने भागलपुर बंद का आह्वान किया।
भागलपुर बंद के दौरान बंद समर्थकों और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई। इसके बाद, पूर्वी बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों और सदस्यों ने अपने कार्यालय में एक आपात बैठक आयोजित की। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यदि पुलिस जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार नहीं करती है, तो आगे के लिए चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी।
बैठक के बाद चैंबर ऑफ कॉमर्स के पीआरओ दीपक शर्मा ने कहा कि “आज का भागलपुर बंद पूरी तरह सफल रहा। सभी व्यापारी वर्ग के लोगों ने इसमें अपना समर्थन दिया।” उन्होंने पुलिस के साथ हुई नोकझोंक की घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा, “हम शांतिपूर्वक बंद करवा रहे थे, फिर भी पुलिस ने हमारे कार्यकर्ताओं के साथ अनुचित व्यवहार किया, जो कहीं से भी सही नहीं है।”
चैंबर ऑफ कॉमर्स और अन्य संगठनों ने साफ कर दिया है कि यदि जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तो वे पुलिस पर दबाव बनाने के लिए आगे और कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे।