नवगछिया के रंगरा प्रखंड अंतर्गत सधुआ गांव के बाढ़ पीड़ितों ने कटरिया स्टेशन को आशियाना बनाया है. सधुआ गांव के लगभग एक हजार घर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. बाढ़ पीड़ित घर की छतों, स्टेशन व त्रिमुहान बांध पर शरण ले रहे हैं. कटरिया स्टेशन पर लगभग दो सौ परिवार झोपड़ी बनाकर व पॉलीथिन टांग कर रहे हैं. गांव की सड़कों पर बाढ़ का पानी आ गया है. कटरिया स्टेशन कटिहार-बरौनी रेलखंड की महत्वपूर्ण रेल लाइन है. इस स्टेशन पर बहुत सारी ट्रेनों का ठहराव नहीं होता और उनकी स्पीड बहुत होती है.
ऐसे में पीड़ित परिवारों को अपने बच्चों की सुरक्षा सबसे बड़ी आफत है. पीड़ित मनोज सिंह कहते हैं कि प्लेटफार्म पर रहने में काफी परेशानी होती है. हमेशा बाल-बच्चों के दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. सहोड़ा गांव के बाढ़ पीड़ित रेलवे पटरी के नीच रह रहे हैं. सहोड़ा गांव में रेल दुर्घटना से अब तक कई लोग जान गंवा चुके हैं. इस गांव में प्रशासन की ओर से आवागमन के लिए अभी तक नाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. लोग अपने घरों में कैद होकर रह गये हैं. बाढ़ पीड़ित अनुमंडल पदाधिकारी उत्तम कुमार से आवागमन के लिए नाव की मांग की है.