बांध पर हो चुका हैं अरबों रुपये का खर्च, फिर भी नहीं बच पाया गंगा तटीय इलाका
नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह बड़ी घटना घटित हो गई जब रिंग बांध स्पर संख्या आठ के पास गंगा नदी के पानी के दवाब के कारण बांध ध्वस्त हो गया। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है और स्थानीय लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे हैं।
पिछले एक सप्ताह से गंगा नदी का जलस्तर कम होने के बावजूद इस क्षेत्र में कटाव की समस्या बनी हुई थी। रिंग बांध को बचाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन यह प्रयास नाकाफी साबित हुए। मंगलवार की सुबह, सभी प्रयास विफल हो गए और रिंग बांध पूरी तरह से टूट गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
घटना की जानकारी मिलते ही भागलपुर के जिला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी, अनुमंडल पदाधिकारी उत्तम कुमार, सीओ, बीडीओ और बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अभियंता मौके पर पहुंच गए और स्थिति का जायजा लेने के बाद वहां कैंप कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि गोपालपुर प्रखंड के लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए बीस वर्ष पूर्व इस रिंग बांध का निर्माण किया गया था। हालांकि, इसके निर्माण के बाद से ही हर वर्ष मरम्मती के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते रहे हैं। अब तक इस बांध की मरम्मती पर एक अरब से अधिक की राशि खर्च हो चुकी है। इस वर्ष भी मरम्मती के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन कटाव निरोधी कार्य के बावजूद बांध टूटने से स्थानीय लोगों में गुस्सा और निराशा का माहौल है।
रिंग बांध के कटने से सबसे पहले बुद्धुचक गांव प्रभावित होगा। बाढ़ का पानी तेजी से सैदपुर, पचगछिया, लत्तरा, गोपालपुर, अभिया, डिमाहा सहित दो दर्जन से अधिक गांवों में प्रवेश कर सकता है, जिससे इन गांवों में बाढ़ का गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
प्रभावित क्षेत्रों के लोग अपना सामान लेकर सुरक्षित जगहों की तलाश में लगे हुए हैं। प्रशासन द्वारा लगातार राहत और बचाव कार्यों की कोशिश की जा रही है, लेकिन बाढ़ की तीव्रता को देखते हुए स्थिति गंभीर बनी हुई है।