भागलपुर केंद्रीय कारा में बंद मुंगेर जिले के शंकर पंडित पिछले 48 दिनों से अनशन पर बैठे हैं। शंकर पंडित को 7 मार्च 2019 को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी और उन्हें मुंगेर जेल से भागलपुर केंद्रीय कारा में स्थानांतरित कर दिया गया था। शंकर पंडित का आरोप है कि जेल प्रशासन उनके साथ मारपीट करता है और उन्हें खाना नहीं देता है।
उनकी पत्नी किरण कुमारी ने बताया कि उन्होंने कई बार जिले के वरीय अधिकारियों से अपने पति के उत्पीड़न की शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। किरण कुमारी ने कहा कि उनके पति ने अपनी शिकायतें बंदी आवेदन पत्र के माध्यम से जेल प्रशासन को भी दी हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। इसी के चलते शंकर पंडित अनशन पर बैठ गए हैं।
अनशन के दौरान शंकर पंडित की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी पत्नी को उनसे मिलने भी नहीं दिया गया। किरण कुमारी का कहना है कि अगर उनके पति के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को नहीं रोका गया और उन्हें न्याय नहीं मिला, तो उनके पति की हालत और भी गंभीर हो सकती है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनके पति के साथ कुछ भी अनहोनी हुई तो वह अपने बच्चों के साथ आत्महत्या कर लेंगी। किरण कुमारी ने सरकार और जिले के वरीय अधिकारियों से जल्द से जल्द हस्तक्षेप की मांग की है ताकि उनके पति को न्याय मिल सके।