भागलपुर: प्राइवेट क्लिनिकों में मरीजों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला जिला के दीप प्रभा सिनेमा हॉल के नजदीक स्थित के के नर्सिंग होम का है, जहां मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने नर्सिंग होम के संचालक और डॉक्टर पर हत्या का आरोप लगाया है। मृतक के पुत्र मनीष कुमार का कहना है कि उन्होंने अपने पिता को इलाज के लिए तकरीबन 12 बजे के के नर्सिंग होम लाया था। वहां मौजूद कर्मियों के कहने पर उन्होंने 2,60,000 रुपये जमा कराए, लेकिन उनके पिता की मौत हो गई।
मनीष कुमार का आरोप है कि उनके पिता का इलाज वीडियो कॉलिंग के माध्यम से कोलकाता से किया जा रहा था और सीनियर डॉक्टर मौके पर मौजूद नहीं थे। जब परिजनों ने हंगामा किया, तो अस्पताल प्रबंधक ने स्थानीय प्रशासन को सूचना दी कि मृतक के परिजन उपद्रव मचा रहे हैं। जोगशर थाना प्रभारी अपने दल बल के साथ सिविल ड्रेस में हॉस्पिटल पहुंचे और मामले को सेटलमेंट करने का प्रयास किया, लेकिन जब बात नहीं बनी तो थाना प्रभारी गुप्त दरवाजे से बाहर निकल गए। इसके बाद परिजन बाहर निकलकर हंगामा करने लगे।
अस्पताल प्रबंधक और डॉक्टरों ने इन आरोपों को निराधार बताया है। उनके अनुसार, इलाज के दौरान मरीज के परिजनों से केवल 35,000 रुपये ही लिए गए थे और इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गई थी। उल्लेखनीय है कि के के नर्सिंग होम में ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, जिससे यह मामला और गंभीर हो गया है।