भागलपुर: नवविवाहिता की उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि मृतका के स्वजनों ने अत्यधिक मारपीट की वजह से मौत का आरोप लगाते हुए घोघा थाना में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। यह मामला घोघा थाना क्षेत्र के जानीडीह गांव का है, जहां सन्नी शेखर उर्फ छोटू की पत्नी चांदनी देवी की उपचार के दौरान मौत हो गई।
स्वजनों का आरोप है कि ससुराल पक्ष द्वारा अत्यधिक मारपीट और प्रताड़ना के चलते चांदनी की मृत्यु हुई है। चांदनी के परिवार वालों ने बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले चांदनी के साथ मारपीट करते थे और उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। मृतका के परिवार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई और ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया।
प्रेम विवाह का मामला
बताया जा रहा है कि चांदनी ने प्रेम विवाह किया था। घोघा थाना क्षेत्र के ओलापुर शिव मंदिर में 23 दिसंबर 2022 को सन्नी शेखर उर्फ छोटू और चांदनी देवी का विवाह संपन्न हुआ था। विवाह चांदनी के परिवार की सहमति से हुआ था, लेकिन ससुराल में शादी के बाद से ही उसे प्रताड़ित किया जा रहा था, ऐसा आरोप मृतका के परिवार वालों ने लगाया है।
पति का बयान
वहीं, मृतका के पति सन्नी शेखर ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी शादी प्रेम विवाह के तहत हुई थी और उनकी पत्नी 6 माह की गर्भवती थी। पति के मुताबिक, चांदनी का इलाज एक प्राइवेट क्लिनिक में चल रहा था, जहां शरीर में पानी की कमी की वजह से समय से पहले डिलीवरी करवाई गई थी। डिलीवरी सामान्य रूप से हुई थी और उसने एक बच्चे को जन्म दिया, लेकिन बच्चा अस्वस्थ होने के कारण उसे बेबी केयर में रखा गया, जहां उसकी भी मृत्यु हो गई।
सन्नी शेखर ने बताया कि डिलीवरी के बाद चांदनी की तबीयत अचानक बिगड़ गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उनका कहना है कि चांदनी के परिवार वाले अब उन पर झूठे आरोप लगा रहे हैं, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सच सामने आ जाएगा।
पुलिस की जांच
पुलिस ने मृतका के स्वजनों के आरोपों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है और ससुराल पक्ष से भी पूछताछ की जा रही है।
इस घटना से गांव में शोक का माहौल है, वहीं पुलिस की जांच के बाद ही इस मामले में कोई अंतिम निर्णय लिया जा सकेगा।