


भागलपुर जिले के सबौर प्रखंड स्थित मसाढू गांव का अस्तित्व गंगा नदी के भीषण कटाव से संकट में है। देखते ही देखते पक्के मकान नदी में समा रहे हैं, और जमीन के टुकड़े लगातार कटकर गंगा में विलीन हो रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कटावरोधी कार्य के नाम पर उनके साथ छलावा किया जा रहा है। चीख-चीख कर वे प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन उनकी आवाज अनसुनी कर दी गई। सत्ता में बैठे नेताओं को इसकी कोई परवाह नहीं, मानो लोगों के घरों का कटना उनके लिए कोई महत्व नहीं रखता। गंगा नदी में वर्तमान स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि समुद्र जैसे करंट ने पूरे इलाके को खतरे में डाल दिया है। मौसमी बदलाव के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है, जिससे ग्रामीणों का जीवन संकट में आ गया है।

