नवगछिया : कोसी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से सधुआ गांव में बाढ़ का पानी दोबारा घुस आया है, जिससे ग्रामीणों का जीवन फिर से अस्त-व्यस्त हो गया है। गांव के निवासी मनोज कुमार ने बताया कि कुछ दिनों पहले पानी घर से निकल जाने पर उन्होंने घर की सफाई कर वहां रहना शुरू कर दिया था, लेकिन अब फिर से बाढ़ का पानी घर में प्रवेश कर गया, जिससे वह फिर से बेघर हो गए हैं।
सधुआ गांव की सड़कें बाढ़ के पानी में डूब चुकी हैं, जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है और लोगों का मुख्य सड़क से संपर्क टूट गया है। बाढ़ से पीड़ित परिवार कटरिया स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक और दो पर शरण ले रहे हैं, जबकि कुछ परिवार त्रिमुहानी तटबंध पर बसे हुए हैं।
मदरौनी, कोसकीपुर, सहोड़ा, और सधुआ चापर पंचायतों के खेतों और घरों में भी बाढ़ का पानी भर गया है। मदरौनी के संजय कुमार ने बताया कि उनके पंचायत के लगभग 500 घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। गोढ़ियारी टोला, नासी टोला, पूर्वी टोला, और ठाकुर टोला के घर भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
सहोड़ा पंचायत के प्रभावित परिवार रेलवे लाइन और सड़क किनारे शरण लिए हुए हैं, लेकिन उन्हें पीने के पानी और शौचालय जैसी बुनियादी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण तिनटंगा दियारा दक्षिण पंचायत के उसरेहिया गांव में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है, जिससे स्थिति और विकट हो गई है।
प्रशासन की ओर से राहत के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन स्थिति गंभीर बनी हुई है।