नवगछिया : कोसी और गंगा की बाढ़ ने सहारा, मुरली, सधवा और चापर के लोगों के आशियानों को तबाह कर दिया है। बाढ़ के पानी में डूबने के कारण इन लोगों के पास न तो सुरक्षित रहने की जगह है और न ही खाने-पीने का सामान। अब वे एनएच 31 सड़क के किनारे तिरपाल और पन्नी लगाकर किसी तरह जीवन यापन कर रहे हैं।
सोहरा के ग्रामीण राजाराम सिंह ने बताया कि तीन सौ से अधिक घर बाढ़ में डूब गए हैं, और लोग भूखे-प्यासे सड़क किनारे रह रहे हैं। सोहरा निवासी बेबी देवी ने कहा कि हम लोग करीब दो महीने से सड़क किनारे रह रहे हैं, लेकिन न तो मुखिया और न ही कोई सरकारी अधिकारी हमारे हालात जानने आए हैं।
उन्होंने मांग की कि बाढ़ पीड़ितों के लिए पानी पीने के चापाकल और शौचालय की व्यवस्था की जाए, क्योंकि चारों ओर सिर्फ पानी ही पानी है। स्थानीय लोगों की इस अपील के बावजूद सरकारी सहायता की कमी से वे परेशान हैं।