भागलपुर: मां का प्यार और ममता अटूट होती है, लेकिन कुछ बच्चों के कारण यह सच्चाई कभी-कभी कटु हो जाती है। घरेलू विवाद और सामाजिक स्थिति के कारण कई बुजुर्ग माताओं को अपने परिवार से दूर कर वृद्धा आश्रम में रहने के लिए मजबूर किया जाता है।
भागलपुर के नाथनगर में संचालित वृद्धा आश्रम में रहने वाली महिलाएं, जिन्हें उनके बच्चे यहां भेज चुके हैं, अपने बेटों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखा । बिहार का लोक पर्व जितिया मनाने के लिए ये महिलाएं यहां एकत्रित हुई , और अपनी भावनाओं को प्रकट करते हुए कहा कि भले ही उनके बच्चे उन्हें यहां छोड़कर खुश हैं, लेकिन वे कभी अपने फर्ज को नहीं भूल सकतीं।
महिलाओं का कहना था कि उनका दिल हमेशा अपने बच्चों के लिए धड़कता है। वे सदैव उनकी लंबी उम्र की कामना करती रहेंगी। इस पर्व पर उनकी श्रद्धा और भक्ति को देखकर यह साबित होता है कि मां का प्यार किसी भी परिस्थिति में कम नहीं होता।