नवगछिया के गोपालपुर प्रखंड के सैदपुर गांव में स्थित सैदपुर वाली दुर्गा मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही पूजा-अर्चना का अनुष्ठान शुरू हो गया है। नवरात्रि के इस अवसर पर, मंदिर परिसर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन भी प्रारंभ किया गया है।
हालांकि, इस पावन अवसर पर बाढ़ की विभीषिका ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मां गंगा मंदिर के समीप पहुँच चुकी हैं और उनकी तेज धारा रंगरा क्षेत्र की ओर बह रही है। इस बाढ़ के कारण मंदिर के पास मेले की आयोजन स्थली पर पानी भर गया है, जिससे वहाँ की रौनक फीकी पड़ गई है।
मंदिर के गर्भगृह के ठीक सामने स्थित प्रांगण ही एकमात्र सुरक्षित स्थान है, जहाँ पर छोटे-छोटे दुकानदार अपने-अपने स्टॉल लगाए हुए हैं। आयोजन के शुभारंभ के बावजूद, ग्रामीणों में गंगा की बढ़ती जलधारा को लेकर चिंता गहराती जा रही है। श्रद्धालु माँ से प्रार्थना कर रहे हैं कि गंगा का जल स्तर जल्द कम हो ताकि धार्मिक अनुष्ठान सुचारू रूप से चल सके।
बाढ़ के कारण मेले की रौनक पहले जैसी नहीं रही है। बच्चे भी उदास हैं क्योंकि झूला और अन्य खेल-तमाशे की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि माँ दुर्गा की कृपा से जल्द ही स्थितियाँ सामान्य होंगी, ताकि सभी श्रद्धालु हर्षोल्लास के साथ इस पर्व को मना सकें।
सैदपुर गांव के लोग एकजुट होकर माँ गंगा से शांति की प्रार्थना कर रहे हैं और इस संकट की घड़ी में एक-दूसरे का सहारा बन रहे हैं। उनके मन में आशा है कि माँ दुर्गा की कृपा से न केवल उनका मंदिर, बल्कि पूरा गाँव सुरक्षित और खुशहाल होगा।