नवगछिया : बड़ी घाट ठाकुरबाड़ी में चल रहे श्री मद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ और श्री लड्डू गोपाल सहस्रार्चन पूजन के पांचवें दिन कथा व्यास महंत सिया वल्लभ शरण जी महाराज ने भागवत पुराण की महत्ता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि भागवत कथा का सात दिनों तक होना का ऐतिहासिक कारण है। कथा में वर्णित है कि राजा परीक्षित को श्रृंगी ऋषि द्वारा सातवें दिन सांप काटने का श्राप मिला था। इस श्राप से मुक्ति पाने के लिए राजा ने अपने पुत्र जनमेजय का राज्याभिषेक कर, गुरु से आज्ञा लेकर व्यास पुत्र श्री शुकदेव जी के आश्रम पहुंच गए। वहां उन्होंने सात दिनों तक श्रीमद्भागवत कथा का रसपान किया, जिससे उन्हें मोक्ष प्राप्त हुआ।
इस कार्यक्रम में यज्ञाचार्य ललित झा, कांतेश कुमार, कृष्ण भगत, विश्वास झा, चंदन सिंह, विनय कुमार, हिमांशु शेखर झा, अक्षय पोद्दार, संजय गर्ग, सत्यम पांडेय, विनोद मिश्र, अविनाश मिश्र, विभाष झा, आनंद झा, अमरदीप आचार्य, निरंजन झा, संतोष यादुका, कौशलेन्द्र ठाकुर, संतोष मंडल आदि ने सक्रिय भागीदारी निभाई। सभी भक्तों के सहयोग से यह धार्मिक आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हो रहा है।