भागलपुर के नाथनगर प्रखंड स्थित चंपा नदी में 1983 से नगर निगम और पूजा समिति के सहयोग से बन रहे विसर्जन घाट की स्थिति को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस ऐतिहासिक घाट पर छठ महापर्व धूमधाम से मनाया जाता है, और इसकी तैयारियों को लेकर सभी संबंधित पक्षों की चर्चा आवश्यक थी।
बैठक में भागलपुर नगर निगम की महापौर डा. वसुंधरा लाल, प्रीति शेखर, नंदकिश, संजय सिन्हा, पंकज कुमार सहित कई वार्ड के पार्षद मौजूद थे। बैठक के दौरान घाट का निरीक्षण करने आई महापौर ने घाट की सुविधाओं का जायजा लिया।
हालांकि, इस दौरान वार्ड 13 के पार्षद रंजीत मंडल और संजय यादव के बीच कुछ मुद्दों को लेकर तकरार हो गई। इस स्थिति के कारण महापौर को बैठक से पहले ही जाना पड़ा। बैठक से जाते वक्त महापौर ने स्पष्ट किया, “विसर्जन घाट पर लाइट की व्यवस्था होगी।”
पूजा समिति के अध्यक्ष पप्पू यादव ने नगर निगम से अनुरोध किया कि घाट पर कार्य करने के लिए 50 अतिरिक्त मजदूरों की आवश्यकता है, ताकि सभी तैयारियाँ समय पर पूरी हो सकें।
महापौर के साथ-साथ डा. प्रीति शेखर, अन्य पार्षद और पूजा समिति के सदस्य भी इस बैठक में शामिल हुए, जिससे स्थानीय मुद्दों को सुलझाने में मदद मिल सके।
यह बैठक स्थानीय समुदाय के लिए महत्वपूर्ण थी, क्योंकि चंपा नदी का घाट न केवल धार्मिक गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर का भी हिस्सा है।