नवगछिया – रंगरा थाना क्षेत्र के सधुआ गांव में सोमवार की रात्रि अपराधियों द्वारा घर में घुसकर किसान की की गई हत्या के विरोध में स्थानीय लोगों ने मृतक के शव को बीच सड़क पर रखकर रंगरा चौक के समीप एनएच 31 सड़क मार्ग को जाम कर दिया. इसके फलस्वरूप एनएच 31 सड़क मार्ग पर 2 घंटे तक आवागमन बाधित हो गया.
दोनों और 5 किलोमीटर के दायरे में गाड़ियों की लंबी कतारें लग लग गई. जाम की सूचना पर पहुंचे नवगछिया एसडीपीओ दिलीप कुमार एवं रंगरा थाना अध्यक्ष राजेश कुमार राम के द्वारा काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया गया मगर लोग मानने को तैयार नहीं थे. आक्रोशित लोग प्रशासन से पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने एवं स्थाई पुलिस कैंप के अलावे घटना में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे. लोगों के आक्रोश के मद्देनज़र एसडीपीओ द्वारा परिजनों को हरसंभव सुरक्षा उपलब्ध कराने एवं पुलिस कैंप स्थापित करने के आश्वासन के बाद लोगों ने जाम को हटा लिया. इसके बाद पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडल भेज दिया गया.
मगर नवगछिया अनुमंडल अस्पताल से भी स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे पोस्टमार्टम के लिए मायागंज अस्पताल भेज दिया. इधर किसान की हत्या के बाद जाते-जाते अपराधियों द्वारा केस करने पर पूरे परिवार को मौत के घाट उतारने की धमकी देने के बाद मृतक के परिजनों में दहशत का माहौल कायम हो गया है.
पूरे सधुआ गांव में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. अनहोनी की आशंका को लेकर पूरा परिवार डरा और सहमा हुआ है. रूदन क्रंदन की चित्कार से पूरे सधुआ गांव का माहौल गमगीन हो गया है. वहीं दूसरी ओर घटना में शामिल सभी अपराधी गांव छोड़कर फरार बताए जा रहे हैं.
घटना में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए रंगरा पुलिस लगातार छापेमारी में जुटी हुई है. मगर पुलिस को अब तक सफलता नहीं मिल पायी है.इधर पोस्टमार्टम के बाद मृतक के शव को परिजनों को सौंप दिया गया. मृतक के बड़े पुत्र देवेंद्र साह के बयान पर कुल 7 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
जिनमें से सनोज यादव, महाराणा यादव, जय जय राम यादव, अनिल यादव रोहित यादव के अलावे दो अज्ञात लोग मुख्य रूप से शामिल हैं. इनमें से सनोज यादव, महाराणा यादव और जय राम यादव पूर्व से ही आपराधिक प्रवृत्ति के हैं. तीनों पर विभिन्न थानों में कई संगीन मामले दर्ज हैं.