घटना में छोटूवा यादव गैंग का हाथ
नवगछिया। विगत 20 अक्टूबर को नवगछिया थानांतर्गत नया टोला में बेतिया के लोगनहा निवासी रविन्द्र कुमार पिता अशर्फी चौधरी को अपराधकर्मियों के द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में मृतक की पत्नी के फर्द बयान के आधार पर नवगछिया थाना कांड संख्या- 347/24 धारा- 103 (1)/3 (5) बीएनएस एवं 27 शस्त्र अधिनियम के तहत दो नामजद एवं तीन अज्ञात अभियुक्तों के विरूद्ध कांड दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया। उक्त कांड के उद्भेदन हेतु गठित टीम के द्वारा सूचना/आसूचना संकलन एवं तकनीकी अनुसंधान करते हुए कांड के मुख्य आरोपी नवगछिया नयाटोला निवासी लव कुमार पिता मनोज मंडल उर्फ मंगल मिस्त्री को घटना में प्रयुक्त मोबाईल के साथ शुक्रवार को नवगछिया से गिरफ्तार किया गया। उल्लेखनीय है कि इस कांड में संलिप्त एक अपराधकर्मी राजा कुमार को 21 अक्टूबर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया जो कि लाइनर का काम कर रहा था। गिरफ्तार अभियुक्त लव कुमार ने पूछताछ के क्रम में अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर रविंद्र कुमार को गोली मार कर हत्या कर देने की बात स्वीकार करते हुए बताये कि मृतक रविंद्र कुमार एवं इनके बीच 2017 में मैट्रिक का रिजल्ट देखने के दौरान मारपीट हुई थी।
जिसके तीन माह बाद रविंद्र कुमार बदले की नियत से इन्हें गोली मार कर जख्मी कर दिया था। जिसमें रविंद्र जेल भी गया। रविंद्र कुमार पर कई आपराधिक मामला दर्ज है। वर्ष 2021 में मृतक रविन्द्र चौधरी जेल में था तो जेल में बंद कुख्यात अपराधी छोटू यादव के पिता रामरती यादव के साथ मारपीट किया था। इस मामले को लेकर दिलखुश यादव का रविन्द्र यादव से विवाद चल रहा था। वही वर्ष 2022 में लव कुमार गोपालपुर थाना से लूट कांड में जेल गये थे जहाँ इनकी पहचान जेल में बंद कुख्यात अपराधी छोटू यादव (दिलखुश यादव का मामा) से हुई। वहीं योजना बना की रविंद्र चौधरी को मारना है। लव कुमार के जेल से निकलने के कुछ ही दिन बाद छोटू यादव के भांजा दिलखुश यादव जेल चला गया। जिस कारण रविन्द्र चौधरी को मारने की योजना विफल हो गया। इसी बीच विजेंद्र और राजा कुमार दोनो पिता नंदू चौधरी एवं रविंद्र कुमार के मामा के बीच जमीनी विवाद को लेकर मारपीट हुआ,
जिसके बाद से मृतक रविंद्र कुमार द्वारा विजेंद्र के परिवार को जान मारने का घमकी दिया जाता था। करीब दो माह पूर्व कुख्यात अपरधकर्मी दिलखुश यादव जेल से बाहर निकला तथा अपने मामा कुख्यात अपराधी छोटू यादव के कहने पर लव कुमार से संपर्क कर एक योजना बनाकर लव को बैंगलोर से 17 अक्टूबर को नवगछिया बुलाया। इस बीच विजेंद्र के द्वारा इस हत्या कांड को अंजाम देने के लिए लव कुमार के खाते में 10,000 रूपया भेजा गया। योजना अनुसार 20 अक्टूबर को दिलखुश यादव अपने एक अन्य साथी और लव कुमार के साथ लाईनर राजा के सूचना पर संध्या करीब 6 बजे नया टोला स्थित विजय यादव के गुमटी के पास रविंद्र चौधरी को गोली मारकर हत्या कर दिया। अपराधकर्मी दिलखुश यादव का चोरी/लूट/हत्या एवं आर्म्स एक्ट जैसी गंभीर कई कांडो में अपराधिक इतिहास रहा है। लव कुमार पर नवगछिया व गोपालपुर थाना में चार संगीन आपराधिक मामले पूर्व से दर्ज है। छापेमारी दल में पुनि सह थानाध्यक्ष नवगछिया रवि शंकर सिंह, डीआईयू प्रभारी पुअनि अमित कुमार, कदवा थानाध्यक्ष पुअनि आशुतोष कुमार एवं सशस्त्र बल शामिल थे।