भागलपुर: राष्ट्रीय प्रेस दिवस के मौके पर भागलपुर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें पत्रकारिता के बदलते स्वरूप और इसके सामाजिक जिम्मेदारियों पर चर्चा की गई। इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में भागलपुर के डीएम नवल किशोर चौधरी, डीडीसी प्रदीप कुमार सिंह, ट्रेनी आईएएस गरिमा जैन, आईपीआरडी के जॉइन्ट डायरेक्टर नागेंद्र गुप्ता, और ईस्टर्न बिहार प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजीव सिद्धार्थ सहित कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया।
संगोष्ठी की शुरुआत दीप प्रज्जवलन से हुई, जिसके बाद पत्रकारिता के महत्व और उसकी भूमिका पर विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर पत्रकारिता के इतिहास पर भी चर्चा की गई, जिसमें विशेष रूप से भारतीय पत्रकारिता के जनक राजा राम मोहन राय का उल्लेख किया गया, जिन्होंने 1819 में ‘संवाद कौमुदी’ नामक पहला बंगाली समाचार पत्र प्रकाशित किया था।
वक्ताओं ने पत्रकारिता के विभिन्न रूपों – जैसे खेल पत्रकारिता, महिला पत्रकारिता, बाल पत्रकारिता, और आर्थिक पत्रकारिता – पर विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही, इस बात पर भी जोर दिया गया कि पत्रकारिता का उद्देश्य न केवल सूचना देना है, बल्कि समाज को जागरूक करना और तथ्यों के प्रति संवेदनशीलता बनाए रखना भी है।
संगोष्ठी के दौरान जिले के कई प्रमुख पत्रकारों ने भी भाग लिया, जिनमें श्यामानंद सिंह, सुबोध कुमार, आलोक झा, रवि आर्यन, आशीष रंजन, संजय कुमार, मिलिंद गुंजन, हनी झा, सुमित कुमार, विकास कुमार सिंह, कुणाल शेखर, शंभू भगत, राहुल कुमार सिंह, विनोद कुमार, सत्यपाल सिंह, संतोष कुमार और अरशद सहित कई अन्य पत्रकार शामिल थे।
संगोष्ठी का आयोजन पत्रकारिता के महत्व को पहचानते हुए उसे सही दिशा में आगे बढ़ाने का संकल्प लेने का एक महत्वपूर्ण कदम था।