नवगछिया – समाज में एकता, सहयोग और संस्कारों को सुदृढ़ करने वाला निःशुल्क सामूहिक विवाह कार्यक्रम अपने दूसरे संस्करण में स्थानीय तेतरी दुर्गा मंदिर प्रांगण में रविवार की शाम को धूमधाम से संपन्न हुआ। इस आयोजन ने न केवल 25 जोड़ों के जीवन को नए अध्याय में प्रवेश दिलाया, बल्कि सामूहिकता की अनूठी मिसाल पेश की।
कार्यक्रम का उद्घाटन नवगछिया पुलिस अधीक्षक श्री पूरण कुमार झा ने दीप प्रज्वलित कर किया। उद्घाटन के बाद वर-वधू ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के तहत एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। विवाह संपन्न होने तक आयोजन स्थल पर आगंतुकों और शुभचिंतकों का तांता लगा रहा।
समर्पित आयोजकों की पहल
सामूहिक विवाह कार्यक्रम का सफल संचालन आयोजक समिति की मेहनत और समर्पण का प्रतीक था। बारात पक्ष के स्वागत-सत्कार से लेकर विवाह के विधि-विधान तक, हर पहलू का ध्यान पूरी सजगता से रखा गया। वर-वधू और उनके परिवारों की खुशी को प्राथमिकता देते हुए आयोजकों ने सभी व्यवस्थाओं का कुशलता से प्रबंधन किया।
सभी वधुओं के लिए विशेष सम्मान
कार्यक्रम के बाद वधुओं को आयोजकों की ओर से सप्रेम भेंट और दुर्गामन का सामान प्रदान किया गया। विदाई के वक्त वधुओं के चेहरे पर नई शुरुआत की खुशी और परिजनों की आंखों में गर्व की झलक साफ देखी जा सकती थी।
जनता का अभूतपूर्व समर्थन
नवगछिया अनुमंडल क्षेत्र सहित आसपास के जिलों के सैकड़ों गणमान्य नागरिकों, स्थानीय नेताओं और शुभचिंतकों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी भव्य बना दिया। विवाह उत्सव को देखने के लिए उपस्थित लोगों की भीड़ आयोजन की सफलता का प्रमाण थी।
एक आदर्श पहल
कार्यक्रम में वर-वधू के माता-पिता ने अपने भावुक शब्दों में आयोजकों का अभिनंदन किया और इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम की सराहना की। क्षेत्र के समाजसेवियों ने इसे समाज में सरल और सुलभ विवाह पद्धति को बढ़ावा देने वाला प्रेरक प्रयास बताया।
समाज को नई दिशा देने वाला आयोजन
सामूहिक विवाह कार्यक्रम न केवल सामाजिक समरसता का प्रतीक है, बल्कि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए यह एक बड़ी मदद भी है। यह कार्यक्रम समाज में सहयोग और समानता की भावना को बढ़ावा देता है और एक बेहतर भविष्य के निर्माण की दिशा में बड़ा कदम है।
तेतरी दुर्गा मंदिर में आयोजित यह सामूहिक विवाह उत्सव न केवल नवगछिया के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है। ऐसे आयोजन समाज को एक नई दिशा प्रदान करते हैं और हमारे सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखते हैं। आयोजक समिति का यह प्रयास सराहनीय है और उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में यह आयोजन और व्यापक रूप लेगा।