एनएच 80 का निर्माण कार्य होगा पूरा
@ 431 करोड़ रुपये से बन रही भागलपुर से मिर्जाचौकी तक एनएच 80 की सड़क। सांसद अजय कुमार मंडल का आश्वासन नौ महीना, कहलगांव के विधायक पवन कुमार यादव का डेढ़ साल को लोगों द्वारा सोशल मीडिया एक्स पर खूब उछाला जाता रहा है। उनके इन आश्वासनों को लेकर अब भी खूब व्यंग्य वाण छोड़े जाते हैं। सड़कों पर उड़ते एनटीपीसी के राख का गुबार से दर्जनों राहगीर, स्कूली बच्चे हर दिन बीमार हो रहे हैं। हाइवे पर बेलगाम दौड़ते ट्रक हाइवा की चपेट में आने से अकाल मौत जारी है।
प्रदीप विद्रोही
भागलपुर : तारीख पे तारीख… आखिर कब तक, एनएच 80 का निर्माण कार्य होगा पूरा। भागलपुर को फरक्का से जोड़ने वाली एनएच 80 सड़क को बनाने की अवधि समाप्त हो चुकी है। अभी तक महज 40 प्रतिशत ही हाइवे का निर्माण पूरा हो पाया है। इस बीच निर्माण एजेंसी को 36 प्रतिशत कार्यों का बिल भुगतान हो चुका है। इस हाइवे को लेकर कहलगांव की राजनीति ने खूब करवटें बदली। सांसद अजय कुमार मंडल का आश्वासन नौ महीना, कहलगांव के विधायक पवन कुमार यादव का डेढ़ साल को लोगों द्वारा सोशल मीडिया एक्स पर खूब उछाला जाता रहा है। उनके इन आश्वासनों को लेकर अब भी खूब व्यंग्य वाण छोड़े जाते हैं। एनएच 80 ने पिछले विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता सदानंद सिंह (अब दिवंगत) की खूब फजीहत की थी. वर्षों से सुलगते इस मुद्दे के कारण ही सदानंद सिंह के बेटे ई शुभानंद मुकेश को हार का स्वाद चखना पड़ा. अब इस कष्ट से हर दिन – रात बेचैन राहगीर विधायक पवन यादव व सांसद अजय कुमार मंडल को कोसने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। उनके दिखाए स्वप्न की याद दिला रहे हैं। अगले वर्ष होने वाले विधान सभा चुनाव में यह मुद्दा सिर चढ़ कर बोलेगा इसे नकारा नहीं जा सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ठेकेदार निर्धारित समय दो साल में इस हाइवे को नहीं बना सका है। वहीं, अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए ठेकेदार को अब तक टाइम एक्सटेंशन भी नहीं मिला है। हालांकि, मिनिस्ट्री को प्रपोजल भेजा गया है लेकिन, इसपर स्वीकृति की मुहर नहीं लग सकी है। ऐसे में हाइवे निर्माण का कार्य कभी भी ठप हो सकता है. त्योहार के कारण बंद काम अभी तक चालू नहीं हो सका है। बकौल एनएच पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता बृजनंदन कुमार संसाधान बढ़ा लिया गया है. काम त्योहार को लेकर बंद था। शीघ्र कार्य शुरू हो जायेगा।
मालूम हो कि करीब 431 करोड़ रुपये की लागत से इस हाइवे का निर्माण वर्षों से चल रहा है.
60 फीसदी हाइवे का निर्माण अब तक अधूरा है। इस बीच निर्मित सड़कों का पेमेंट यानी करीब 115 . 16 करोड़ का भुगतान एजेंसी ने उठा लिया है. बताया जा रहा है कि टाइम एक्सटेंशन की वजह से अगर हाइवे का निर्माण कार्य एक बार बंद पड़ गया, तो यह प्रोजेक्ट लंबे समय के लिए अटक सकता है। विभाग ने इस बात को भी माना है कि कार्य प्रगति धीमी रहने की वजह से निर्धारित समय पर यह पूरा नहीं हो सका। बताया गया कि हाइवे बनाने की अवधि तीन नवंबर को पूरी हो चुकी है। हाइवे बनाने का काम करीब 431 करोड़ की राशि से असम की एजेंसी टीटीसी इंफ्रा नामक एजेंसी को मिली है। शुरूआत के दिनों से ही कार्य की प्रगति धीमी रही है। कंपनी अनमने ढंग से कार्य करा रहे हैं। इसकी गुणवत्ता पर हाल ही में विधायक पवन यादव ने सवाल उठाते हुए दो टूक कहा है कि निर्माण कार्य घटिया हो रहा है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
भागलपुर शहर के जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच दो साल में करीब 40 फीसदी ही सड़क बन सकी है। अभी 60 फीसदी काम अधूरा है। जानकार बताते हैं कि कार्य की प्रगति जिस तरह से चल रही है, उससे यह स्पष्ट है कि एक्सटेंशन मिलने के बाद भी चलती रही तो करीब तीन साल और समय लग सकता है। यानी आगे सड़क बनेगी और पीछे वाली निर्मित सड़क जर्जर होती रहेगी।
बताया यह भी जा रहा है कि टाइम एक्सटेंशन मिलना अभी दूर की कौड़ी है। अगर मिल भी जाता है, तो भागलपुर-सबौर रोड करीब दो महीने नहीं बन सकेगा। यह रोड हाइवे का हिस्सा है और शहर का प्रवेश मार्ग भी है। ऐसे यह रोड बहुत पहले ही बन जाना चाहिए था।इधर एनएच डिवीजन, भागलपुर ने एजेंसी को निर्देशित किया है कि वह पटना आरओ ऑफिस में विजिट करें और प्रयास करे कि टाइम एक्सटेंशन किसी तरह से मिल जाये।
इस लेट लतीफी के कारण बाबूपुर मोड़, सबौर रोड तथा कहलगांव में भारी वाहनों की बेतरतीब आवाजाही के कारण कई जगह सड़क में बने गड्ढे से एनटीपीसी कहलगांव परियोजना की जहरीली फ्लाई ऐश खूब उड़ रही है। इन उड़ते धूल के गुबार से हर दिन हजारों राहगीर सहित स्कूली बच्चों की सांसे फूल रही है। चलते – चलते वे बेदम हो जा रहे हैं।