घरेलू सिलेंडर ब्लास्ट रेस्टोरेंट में हुआ हादसा दोनों की मौत
भागलपुर के खरमनचक इलाके में सोमवार की सुबह 5 बजे एक बड़ा हादसा हुआ है. एक रेस्टोरेंट में गैस सिलेंडर के ब्लास्ट होने से पिता-पुत्र की मौत हो गयी. दोनों अपने रेस्टोरेंट को रोज की तरह खोलने सुबह आए थे लेकिन सोमवार को इस हादसे का शिकार बन गए. इस घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जुटी रही. लोग अफसोस जता रहे थे. जबकि घटनास्थल पर गैस सिलेंडर के ब्लास्ट होने के बाद बर्बादी की तस्वीर सबकुछ बयां कर रही थी.
किशन कुमार झुनझुनवाला और उनेके बेटे प्रसून झुनझुनवाला उर्फ कन्हैया अपने रेस्टोरेंट को खोलने जब सोमवार की सुबह करीब 5 बजे पहुंचे तो उन्हें यह एहसास नहीं होगा कि काल उन दोनों का वहां इंतजार कर रहा है. रेस्टोरेंट में रखा गैस सिलेंडर ठीक उस समय ब्लास्ट किया जब दोनों मेन गेट को खोल रहे थे.
चप्पल-जूता और थैला बाहर बिखरा दिखा
घटनास्थल पर काफी घंटों तक सबकुछ वैसा ही बिखरा रहा. मेन गेट उखड़कर बाहर गिरे हुए थे. लोहे के इस गेट के नीचे पिता-पुत्र दोनों के चप्पल और जूते बिखरे हुए दिखे. एक थैला वहीं पड़ा दिखा जिसे लेकर रेस्टोरेंट के मालिक वहां पहुंचे थे.
मेन गेट के अंदर जाते ही इन्वर्टर का हिस्सा भी टुकड़ों में बंटा दिखा. जिसके परखच्चे उड़ गए थे. चर्चा है कि शॉर्ट सर्किट के कारण अंदर पहले आग लगी और फिर सिलेंडर तक जब आग पहुंची तो ब्लास्ट हुआ. वहीं मेन गेट के पास पानी की बोतलों का स्टॉक बिखरा हुआ दिखा.
गेट खोलते ही ब्लास्ट हो गया सिलेंडर
बाहर लोगों की भीड़ जमा थी और इस घटना पर सब अफसोस जता रहे थे. लोग यह कहते दिखे कि इन्हें तो मानो किसी ने बुलाकर गोली मार दी. घटना बिल्कुल उसी तरह हुई. वो आए और गेट जैसे ही खोला कि सिलेंडर अंदर ब्लास्ट हो गया और दोनों के परखच्चे उड़ गए.
मिनट भर देर से आते तो बच जाती जान
लोग कहते दिखे कि अगर कुछ सेकेंड की भी देरी से वो आए होते तो बच जाते. लेकिन होनी को कौन टाल सकता है. काल उन दोनों के लिए ही जबड़ा फाड़कर अंदर बैठा था. दोनों जैसे ही गेट खोले, काल ने दोनों को निगल लिया. शहर में व्यवसायी वर्ग से लेकर आम लोग इस घटना पर अफसोस जता रहे हैं.