कहलगांव केभोलसर गांव के अंकित पुलिस उपाधीक्षक और राकेश बनें जेल उपाधीक्षक
प्रदीप विद्रोही
कहलगांव (भागलपुर)।
69वीं बीपीएससी परीक्षा में कहलगांव प्रखंड स्थित भोलसर (एकचारी) गांव के दो युवकों ने सफलता हासिल कर अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया है। रुदल पंडित के पुत्र अंकित कुमार रंजन ने प्रतियोगिता परीक्षा में 26वीं रैंक हासिल कर पुलिस उपाधीक्षक का पद प्राप्त किया। यह उनका पहला प्रयास था। वहीं, सुबोध पंजीयार के पुत्र राकेश कुमार ने दूसरे प्रयास में 40वीं रैंक प्राप्त कर जेल उपाधीक्षक के पद पर सफलता पाई।पुलिस उपाधीक्षक बने अंकित के पिता रुदल पंडित मवि, रसलपुर में नियोजित शिक्षक हैं, जबकि राकेश के पिता पेशे से ठेकेदार हैं।
अंकित की पढ़ाई और सफलता की कहानी :
अंकित के पिता रुदल पंडित ने बताया कि अंकित ने अपनी ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल और प्लस टू स्कूल से ही पूरी की। इसके बाद उन्होंने पहले प्रयास में एनआईटी जमशेदपुर में दाखिला लिया, जहां उन्हें इलेक्ट्रिकल ब्रांच मिली। 2023 में बीटेक की डिग्री प्राप्त करने के बाद, अंकित ने घर पर ही रहकर बीपीएससी की तैयारी की और पहले प्रयास में ही सफलता का परचम लहरा दिया।
राकेश की सफलता की यात्रा :
राकेश के पिता ने बताया कि वह बचपन से ही मेधावी था। उसने संत जोसफ स्कूल, पकड़तल्ला (कहलगांव) से 10वीं की पढ़ाई की और स्कूल टॉपर रहा। इंटरमीडिएट की पढ़ाई डीपीएस, रांची से पूरी की, जहां वह कॉलेज टॉपर भी रहा। इसके बाद राकेश ने महाराजा अग्रसेन कॉलेज, दिल्ली से पॉलिटिकल साइंस विषय में ग्रेजुएशन किया और गोल्ड मेडलिस्ट रहे।
गांव में जश्न का माहौल :
बीपीएससी जैसी कठिन परीक्षा का परिणाम आते ही और एकचारी गांव के दो युवाओं की सफलता की खबर मिलते ही गांव और आसपास के लोग दोनों होनहार युवाओं और उनके परिवारों को बधाई देने पहुंचने लगे। मिठाई और गुलदस्ते के साथ लोग दोनों युवकों के घरों पर बुधवार सुबह से ही जुटे रहे। जदयू के प्रदेश महासचिव ई. शुभानंद मुकेश ने अपने सहयोगियों के साथ भोलसर गांव पहुंचकर दोनों युवकों को शॉल और गुलदस्ता भेंट कर उन्हें भविष्य में और ऊंचे मुकाम हासिल करने की शुभकामनाएं दीं।