@ शराब को प्रमोट करने वाले ऐसे फिल्मी गीत को वीवीआई सोफे पर बैठे प्रशासनिक महकमे ने साबरी के कान में फुसफुसाकर बंद कराया।
प्रदीप विद्रोही
भागलपुर। विक्रमशिला महोत्सव के उद्घाटन सत्र में प्ले बैक सिंगर शबाब साबरी ने जब कारी आंखों के पैमाने, पैमाने कारी आंखों के, हमका पीनी है पीनी है हमका पीनी है… थाने में दरोगा जी बैठे ओन ड्यूटी जैसे शराब को प्रमोट करने वाले फिल्मी गीत को दर्शक दीर्घा के नजदीक जाकर मस्ती में गाने लगे तो युवाओं की भीड़ कुर्सी पर खड़े होकर झूमने लगे। युवाओं की इस मस्ती को देख अनायास अगली पंक्ति के वीवीआईपी सोफे पर बैठे जिला प्रशासन के एक अधिकारी के द्वारा साबरी के कान में जागर फुसफुसाते हुए शराब से जुड़े गीत को गाने से मना किया और उन्हें यह भी बताया कि बिहार में शराब बंदी कानून लागू है। ऐसे गीत नहीं गाएं। मालूम हो कि इस शराब को प्रमोट करने वाले फिल्मी गीत के समय जिला पदाधिकारी,
डीडीसी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मंच के ठीक आगे बैठे थे और शबाव साबरी के फिल्मी गीतों का लुत्फ उठा रहे थे।
मालूम हो कि बिहार में 2017 से ही शराब बंदी कानून लागू है। ऐसे में पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय विक्रमशिला महोत्सव के उद्घाटन सत्र में प्ले बैक सिंगर शबाव साबरी द्वारा शराब को प्रमोट करने वाले फिल्मी गीत का गाना प्रशासनिक महकमे को अखड़ना लाजिमी था। इस कानाफूसी के बाद साबरी को भी समझते देर नहीं लगी और उसने सीधा मंच का रुख किया। साथ ही इस सॉन्ग को छोड़ते हुए अन्य गीत का रुख किया। चूंकि दर्शक दीर्घा में इस गीत के दौरान युवाओं में मस्ती छा चुकी थी सो साबरी ने युवाओं की मस्ती को बरकार रखते हुए तथा इस कनेक्ट को बरकरार रखते हुए लगावे लू जब तू लिपस्टिक, हिलेला आरा डिस्टिक जैसे भोजपुरी गीत गाने लगे। इस भोजपुरी गीत में भी युवाओं की भीड़ खूब ठुमके लगाए।