भागलपुर में HMPV (ह्यूमन मेटापनेमोवायरस) वायरस के संभावित खतरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग और सदर अस्पताल अलर्ट मोड पर है। हालांकि अभी तक इस वायरस का कोई संक्रमित मामला भागलपुर में दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन लोगों के बीच इसके संभावित प्रभाव को लेकर भय का माहौल है, खासकर जिनके घरों में छोटे बच्चे हैं।
सदर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजू कुमार ने बताया कि HMPV वायरस मुख्य रूप से बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की अपील की है।
डॉ. राजू कुमार ने दी ये सलाह:
- बच्चों और बुजुर्गों की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के उपाय करें।
- ठंड या फ्लू जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- मास्क का उपयोग करें और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें।
- नियमित रूप से हाथ धोएं और सतहों को साफ रखें।
सावधानी बरतने की अपील
भागलपुर में HMPV वायरस का असर न होने के बावजूद, स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी में जुटा है। अस्पताल में आपातकालीन व्यवस्था और दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। आम जनता को सलाह दी गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
क्या है HMPV वायरस?
HMPV वायरस मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है। वायरस के सामान्य लक्षणों में खांसी, बुखार और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं।