नवगछिया में अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन द्वारा की गई तोड़फोड़ को महज एक माह ही बीता है, लेकिन दुकानदारों ने फिर से सड़क पर कब्जा जमाना शुरू कर दिया है। हड़िया पट्टी की व्यस्त सड़कों पर दुकानदारों ने अपनी दुकानें सड़क तक फैला दी हैं, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सड़कों पर फिर कब्जा, राहगीरों को दिक्कत
हरिया पट्टी में अनाज के दुकानदार सड़क पर बोरियां रख रहे हैं, वहीं कपड़ों के दुकानदार अपनी बेंच और सामान सड़क पर सजा रहे हैं। इससे न केवल जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए परेशानी भी बढ़ गई है।
स्टेशन रोड पर स्थिति और भी खराब है। यहां दुकानदारों ने प्रशासनिक कार्रवाई न होने का फायदा उठाते हुए अतिक्रमण को बढ़ावा दिया है। इससे इस क्षेत्र में जाम की समस्या रोजाना की परेशानी बन चुकी है।
नगर परिषद की कार्रवाई और योजनाएं
इस संबंध में पूछे जाने पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि नगर परिषद क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त बनाने की कवायद लगातार जारी है। स्टेशन रोड की जमीन रेलवे की है, और इस मुद्दे पर रेलवे से बातचीत की जा रही है। उन्होंने कहा कि रेलवे के साथ संयुक्त रूप से जल्द ही स्टेशन रोड में अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया जाएगा।
हरिया पट्टी और विषहरी मंदिर पट्टी के संदर्भ में कार्यपालक पदाधिकारी मुकेश कुमार ने कहा कि दुकानदारों को बार-बार चेतावनी दी जा रही है। अब यदि दुकानदार अतिक्रमण करते पाए गए, तो उन्हें दंडित किया जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जनता की समस्याएं और बुद्धिजीवी वर्ग की चिंता
नवगछिया के बुद्धिजीवी वर्ग ने दुकानदारों से प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है। उनका कहना है कि अतिक्रमण के कारण सड़कों पर यातायात बाधित हो रहा है। यदि यही स्थिति रही, तो एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी आपातकालीन सेवाओं का समय पर पहुंचना मुश्किल हो जाएगा, जिससे गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
नगर परिषद की कार्रवाई का मिला-जुला असर
नगर परिषद द्वारा जहां में रोड और दुर्गा स्थान रोड पर की गई कार्रवाई का असर दिख रहा है, लेकिन हरिया पट्टी, स्टेशन रोड और अन्य क्षेत्रों में अतिक्रमण जस का तस बना हुआ है। यह स्थिति बताती है कि अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन को और सख्ती बरतने की आवश्यकता है।
स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती
अतिक्रमण की यह समस्या स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई है। सड़कें बाधित होने से न केवल यातायात प्रभावित हो रहा है, बल्कि आम जनता के जीवन पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। यदि समय रहते इस पर प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, तो यह समस्या आने वाले दिनों में और गंभीर रूप ले सकती है।