भागलपुर जिले के नदी थाना क्षेत्र के पूनामा प्रताप नगर में बालू माफियाओं द्वारा अवैध खनन का सिलसिला जारी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बालू माफियाओं को प्रशासन का किसी भी तरह का भय नहीं है।
अवैध खनन से बढ़ा खतरा
अत्यधिक बालू खनन के कारण कोसी नदी के किनारे कटाव का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि बालू खनन से नदी के समीप बसी बस्तियों और खेतों को नुकसान हो सकता है। स्थानीय निवासी लगातार इस खतरे को लेकर प्रशासन से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
भूमिहीनों की जमीन पर भी खतरा
कोसी नदी के किनारे भूमिहीनों को पर्चा मिला है, लेकिन बालू माफिया उन जमीनों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि बालू माफिया के खिलाफ बोलने वालों को धमकाया जाता है, जिससे लोग डरे हुए हैं।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन की निष्क्रियता से माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। बालू माफियाओं के खुलेआम अवैध खनन और कटाव के बढ़ते खतरे ने ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से अवैध बालू खनन पर रोक लगाने और कोसी नदी के कटाव से बचाव के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
बालू माफियाओं के इस आतंक और प्रशासन की चुप्पी से पूनामा प्रताप नगर के ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर कब कार्रवाई करता है।