सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के महेशी पंचायत में रिटायर्ड शिक्षक उमाकांत चौधरी से मारपीट, छिनतई और रंगदारी मांगने के मामले का खुलासा हुआ है। इस मामले में जमीन मालिक अनुज कुमार ने थाना में लिखित आवेदन देकर अपनी बात रखी है।
अनुज कुमार ने बताया कि उन्होंने उमाकांत चौधरी के छोटे भाई रामानंद चौधरी से महेशी पंचायत में पांच कट्ठा जमीन खरीदी थी, जिसकी रजिस्ट्री हो चुकी है। रामानंद चौधरी ने जमीन नापी करवाने की बात कही थी। हालांकि, रिटायर्ड शिक्षक उमाकांत चौधरी ने उनके खिलाफ झूठे मुकदमे कर फंसाने की साजिश रची।
अनुज का कहना है कि वे उस जमीन पर कभी गए ही नहीं, फिर भी उमाकांत चौधरी, उनके बेटे सरोज चौधरी और पौत्र अनुराग कुमार ने मारपीट, छिनतई और रंगदारी का आरोप लगाया है।
ग्राम सरपंच और उपसरपंच ने दी गवाही
महेशी पंचायत के सरपंच, उपसरपंच और प्रमुख ने भी जांच में गवाही दी है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई। वहीं, उमाकांत चौधरी और उनके परिवार पर बीस लाख रुपये रंगदारी मांगने और धमकी देने के आरोप भी लगे हैं।
पुलिस कर रही मामले की जांच
भागलपुर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस घटना से जुड़े सभी तथ्यों की छानबीन कर रही है। जमीन विवाद और इस पर लगे आरोपों के पीछे की सच्चाई जानने के लिए पुलिस सभी संबंधित पक्षों से पूछताछ कर रही है।