नवगछिया प्रतिनिधि : भागलपुर के सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने रंगरा पीएचसी का औचक निरीक्षण किया. इस क्रम में दो चिकित्सक अपनी ड्यूटी से गायब मिले. सीएस ने कहा कि दोनों से स्पष्टीकरण पूछा जायेगा.
दूसरी तरफ निरीक्षण के क्रम बात सामने आयी कि एक मरीज से खुशबक्ती के नाम से रकम की वसूली की गयी है. सीएस ने मरीज से सघन पूछताछ की तो मरीज ने कहा कि उसने स्वेच्छा से रकम पीएचसी के एक कर्मी को दिया है.
हालांकि बार बार पूछे जाने पर भी मरीज रकम लेने वाले कर्मी का नाम बताने में असमर्थ रही. सीएस ने कहा कि लेबर रूम और वार्ड का रख रखाव और साफ सफाई की व्यवस्था ठीक थी. सीएस ने कहा कि राज्य स्तर से पूरे बिहार में अस्पतालों का निरीक्षण करना था इस क्रम में उन्होंने मुख्य रूप से दवाओं के स्टोर का निरीक्षण किया गया है.
जो कमी है उसकी रिर्पोट सरकार को दिया जायेगा और उसे पूरा किया जायेगा. सीएस ने कहा कि रंगरा पीएचसी में जल्द ही डिजिटल एस्क रे लगाया जायेगा. सारी प्रक्रिया पूरी तरह ली गयी है जल्द ही रोगियों को यहां अत्याधुनिक तकनीक वाले एक्स रे मशीन से सुविधा मिलने लगेगी.
शिकायत आयी कि पीएचसी में ज्यादा तर चिकित्सक अस्पताल से बाहर की दवा लिखते हैं जिससे कई मरीज पैसे के आभाव में दवा खरीद नहीं पाते हैं. सीएस ने इस शिकायत पर कहा कि कई तरह के रोग हैं जिसकी दवा पीएचसी में उपलब्ध नहीं है ऐसे में कुछ बाहर की दवाईयों को तो लिखना ही होगा.
सीएस के निरीक्षण कार्यक्रम में रंगरा के प्रभारी चिकित्सक पदाधिकारी डा रंजन कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक श्वेता कुमारी, डाटा इंट्री आपरेटर मिथिलेश कुमार, बड़ा बाबू कंचन कुमार आदि अन्य भी मौजूद थे.
रंगरा से लौटने के वक्त भागलपुर के सिविल सर्जन डा विजय कुमार नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे. यहां पर उन्होंने अस्प्ताल में उपलब्ध दवाइयों की जानकारी ली और वार्ड, लेबर रूम के अलावा आपातकाली कक्ष की स्थिति से भी रू ब रू हुए. सीएस ने कहा कि अनुमंडल अस्पताल के निरीक्षण में सबकुछ संतोषजनक पाया गया.