नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र के जयपुर चूहर पश्चिम पंचायत के आशाटोल-महवागढ़ स्थित चैती दुर्गा मंदिर परिसर में बने नव निर्मित शिव-पार्वती मंदिर में राजस्थान से लाई गई शिव-पार्वती, गणेश, कार्तिकेय, नंदी और भैरव की प्रतिमाओं के प्राण प्रतिष्ठा के लिए छह दिवसीय वैदिक पूजा अनुष्ठान शुरू हो गया है। गुरुवार को गाजे-बाजे के साथ भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें आशाटोल समेत आसपास के क्षेत्रों की करीब 551 महिलाओं और युवतियों ने व्रत रखकर भाग लिया। यात्रा के दौरान श्रद्धालु “हर-हर महादेव,” “मैया पार्वती की जय,” और “हर-हर शंभु” के जयघोष कर रहे थे।
कलश यात्रा मंदिर परिसर से निकलकर भगवान पेट्रोल पंप, नारायणपुर बस स्टैंड, भवानीपुर थाना, मधुरापुर बाजार होते हुए बलाहा गंगाघाट पहुंची, जहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश में गंगाजल भरा गया। इसके बाद यात्रा मधुरापुर बाजार, चौहद्दी-नारायणपुर, रायपुर, आशाटोल और पहाड़पुर का नगर भ्रमण कर पुनः मंदिर परिसर पहुंची। वहां अयोध्या से आए वैदिक ब्राह्मण पंडित संतोष तिवारी के सानिध्य में पांच पंडितों द्वारा विधिवत मंत्रोच्चार के बीच कलश स्थापित किया गया।
मुखिया नीतिश कुमार ने बताया कि यह आयोजन ग्रामीणों के सहयोग से संपन्न हो रहा है। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में वैदिक मंत्रोच्चारण, भजन-कीर्तन सहित धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं, जिसका समापन 28 जनवरी को होगा।
कलश यात्रा में सुरक्षा की दृष्टि से भवानीपुर थाना की पीएसआई आकांक्षा सिन्हा दलबल के साथ मौजूद रहीं। मौके पर सरपंच अमित कुमार, अमरेश शर्मा, सुनील शर्मा, बलवीर कुमार, मणिकांत शर्मा, अजीत नागर, देवव्रत कुमार, डोमी शर्मा, डेजी नागर, प्रमोद नागर, राजीव कुमार गुर्जर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।