


नवगछिया : सोमवार को बिहपुर के खानका ए आलिया फरीदीया मोहब्बतिया शरीफ में सुफी संत धर्म गुरु बाबू हुजूर नेहाल अहमद खॉ फरीदी रहमतुल्लाह अलैहे का सालाना दो दिवसीय उर्स और जश्न-ए-मेराजे मुस्तफा बड़े धूमधाम से शुरू हुआ। उर्स की सदारत खानका के सज्जादानशी हजरत अली कौनैन खॉ फरीदी और नायव सज्जादानशी हजरत मौलाना अली शब्बर खॉ फरीदी ने की।

इशा की नमाज के बाद मजारे शरीफ पर चादर पोशी, गुल पोशी और फुल पोशी के साथ फातिहा दी गई, जिसके बाद शानदार जलसा का आयोजन किया गया। इस जलसे में विभिन्न राज्यों के मौलाना और शायर शामिल हुए। सज्जादानशी हजरत अली कौनैन खॉ फरीदी ने अपने संबोधन में कहा कि हजरत सैयदना बाबू हुजूर नेहाल अहमद खॉ फरीदी 12 वर्ष की आयु में ही सज्जादानशी बन गए थे, और हमें उनके बताए मार्ग पर चलने की प्रेरणा लेनी चाहिए।

उर्स के दौरान खानका परिसर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया था। 28 जनवरी को सुबह 10 बजे से महफिल-ए-शमा, कुल शरीफ और खानकाही कववाली का आयोजन होगा। इसके बाद लंगर-शिरनी का वितरण भी किया जाएगा। उर्स में कई राज्यों से मुरीदीन और जायरीन पहुंचे हैं। आयोजन को सफल बनाने में हजरत मौलाना अबूसालेह फरीदी, कर्रार खॉ, रहबर फरीदी, गुलाम पंजतन सहित अन्य कई लोग शामिल थे।

