कर्ण पुरस्कार की नामी हस्तियां होंगी सम्मानित
@ समागम का एक महत्वपूर्ण आकर्षण दानवीर कर्ण वेलफेयर फाउंडेशन के सहयोग से कर्ण गढ़ के महा द्वार पर रेत के ढेर पर अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार द्वारा कर्ण की प्रतिमा बनाना रहेगा।
प्रदीप विद्रोही
भागलपुर। अंग जन गण, अंग मदद फाउंडेशन और अंगिका सभा फाउंडेशन की ओर से तीसरी बार विश्व मातृ भाषा दिवस 21 फरवरी को अंग और अंगिका को समृद्ध करने के मकसद से राष्ट्रीय अंग समागम का आयोजन भागलपुर में किया जाएगा। समागम में अंग और अंगिका को लेकर चर्चा होगी और कुछ जरूरी प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे। उपर्युक्त आशय की जानकारी अंग जन गण के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुधीर मंडल और बिहार प्रांतीय अध्यक्ष प्रदीप कुमार झुनझुनवाला ने दी है।
विख्यात रंगकर्मी, नाटककार और स्वतंत्रता सेनानी वीरेंद्र नारायण की जन्मशती वर्ष पर उनकी स्मृति में आयोजित होने वाले इस समागम में वीरेंद्र नारायण के पुत्र विजय नारायण अपने पिता की सृजन यात्रा पर अपने व्याख्यान देंगे। वीरेंद्र नारायण भागलपुर के इकलौते ऐसे साहित्यकार हैं जो 1942 में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान विख्यात साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु और सतीनाथ भादुड़ी के साथ भागलपुर केंद्रीय जेल में बंद थे। वे हिंदी भाषा में पहली बार बांग्ला के महान साहित्यकार शरत चंद्र पर किताब लिखने वाले लेखक के रूप में भी शुमार किए जाते रहे हैं। वीरेंद्र नारायण को उनके जन्मशती वर्ष पर देश के विभिन्न क्षेत्रों में अनेक आयोजन हुए हैं लेकिन भागलपुर में पहली बार उनके योगदानों पर आयोजन किया जा रहा है।
यह जानकारी देते हुए अंग जन गण के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुधीर मंडल और बिहार प्रांतीय अध्यक्ष प्रदीप कुमार झुनझुनवाला ने बताया कि डॉ रतन कुमार मंडल की अध्यक्षता में होने वाले इस समागम में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने वाली हस्तियों को कर्ण पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। साथ ही रंगकर्मी सीतांशु अरुण का सार्वजनिक अभिनंदन किया जाएगा। समागम में उनके निर्देशन में वीरेंद्र नारायण के लिखे नाटक बापू के साए में
का मंचन भी किया जाएगा। अमृत पुरुष अमरेंद्र और वरिष्ठ साहित्यकार रंजन कुमार के सान्निध्य में आयोजित होने वाले इस समागम का समापन कवि सम्मेलन के साथ होगा। संचालन वरिष्ठ पत्रकार और समाज कर्मी प्रसून लतांत करेंगे और अंग जन गण की महिला शाखा की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ श्वेता प्रशस्ति वाचन और अंग मदद फाउंडेशन की सचिव वंदना झा धन्यवाद ज्ञापन करेंगी।
समागम का एक महत्वपूर्ण आकर्षण दानवीर कर्ण वेलफेयर फाउंडेशन के सहयोग से कर्ण गढ़ के महा द्वार पर रेत के ढेर पर अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार द्वारा कर्ण की प्रतिमा बनाना रहेगा। इस मौके पर वरिष्ठ समाज कर्मी और कर्ण गढ़ की स्मृतियों को बचाने के लिए निरंतर संघर्ष करने वाले प्रमोद सिन्हा कर्ण गढ़ पर कर्ण की प्रतिमा स्थापना की चुनौतियों को स्पष्ट करेंगे।